नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी कार्यसमिति की बैठक के बाद शनिवार की शाम सेंट्रल हॉल में संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी को दल की नेता बनाने का प्रस्ताव पेश किया गया। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत पार्टी के अन्य नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस संसदीय दल के अध्यक्ष पद के लिए सोनिया गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा। सोनिया गांधी का संसदीय दल के अध्यक्ष पद के इस प्रस्ताव का पार्टी के सांसद गौरव गोगोई, तारिक अनवर और के. सुधाकरन ने समर्थन किया।
सेंट्रल हॉल के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि सोनिया गांधी जी को सर्वसम्मति से कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) का अध्यक्ष चुना गया है। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि सर्वसम्मिति से लिए इस निर्णय को मानते हुए सोनिया गांधी जी ने पद को स्वीकार कर लिया है।
सोनिया गांधी के पुनः कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष चुने जाने पर कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि हमारे लिए एक भावुक पल था जब हमने दोबारा सोनिया गांधी का कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष पद के लिए समर्थन किया। उन्हाेंने कहा कि जब हमारे दल की स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी तब सोनिया गांधी ने हम सब को संबोधित करते हुए कहा था कि हम उस समय से उबर जाएंगे। यह उन्हीं शब्दों के नतीजे आज आपको वर्तमान में दिखाई दे रहे हैं।
‘जनादेश खो चुके हैं नरेंद्र मोदी’
सोनिया गांधी ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वह जनादेश खो दिया है, जिसकी उन्हें तलाश थी। इसलिए उन्होंने नेतृत्व का अधिकार भी खो दिया है। केवल अपने नाम पर जनादेश मांगने वाले पीएम मोदी को राजनीतिक और नैतिक हार का सामना करना पड़ा। विफलता की जिम्मेदारी लेने के बजाय, वह कल फिर से शपथ लेने का इरादा रखते हैं।’ कांग्रेस संसदीय दल का अध्यक्ष चुने जाने पर सोनिया गांधी ने चुनावी नतीजों पर कहा, ‘हमारे लिए अपने देश में संसदीय लोकतंत्र स्थापित करने और संसदीय राजनीति को पटरी पर लाने का नया अवसर है।’
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सोनिया गांधी के संसदीय दल की नेता चुने जाने पर कहा कि ‘यह हम सभी के लिए भावुक करने वाला पल था। वह एक बार फिर संसदीय दल की नेता की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।’ इससे पहले कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक भी आज हुई, जिसमें एकमत होकर पार्टी के नेताओं ने राहुल गांधी से लोकसभा में नेता विपक्ष का पद संभालने की अपील की। राहुल गांधी ने इस पर कहा है कि वह इस पर विचार करेंगे।