नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में कांडी वन क्षेत्र में शुक्रवार को आतंकवादियों द्वारा किए गए विस्फोट में पांच जवान शहीद हो गए और मेजर रैंक के एक अधिकारी घायल हो गए। पिछले महीने पुंछ जिले के भाटा धुरियान में सेना के ट्रक पर घात लगाकर किए गए हमले में शामिल आतंकवादियों के एक समूह की उपस्थिति के बारे में जानकारी मिलने के बाद अभियान शुरू किया गया था, जो अब भी जारी है। शुक्रवार के हमले से पहले, पुंछ और राजौरी के दो सीमावर्ती जिलों में अक्टूबर 2021 के बाद से सात बड़ी आतंकवादी घटनाएं हुई हो चुकी हैं, जिसमें 22 सैन्यकर्मियों सहित 29 लोगों की मौत हुई है।
शहीद सैनिकों में उत्तराखंड के गैरसैंण के लांस नायक रुचिन सिंह रावत, पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग के ‘पैराट्रूपर’ सिद्धांत छेत्री, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नायक अरविंद कुमार, जम्मू के हवलदार नीलम सिंह और हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के ‘पैराट्रूपर’ प्रमोद नेगी शामिल हैं।
वहीं शहीद हुए जम्मू के हवलदार नीलम सिंह के गांव में मातम पसरा हुआ है। गांव वाले भी परिवार वालों को यह खबर देने में अंत तक कतराते रहे कि अब उनका बेटा नहीं रहा। ज्यौड़ियां के गांव चक किरपाल पुर (दलपत) निवासी नीलम सिंह शादीशुदा है और उसकी एक बेटी पवना देवी और बेटा अखिल सिंह है।नीलम सिंह का आज 6 मई को शहीद का दरिया चिनाब के किनारे पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
वहीं उनके परिवार के आंसू रूक नहीं रहे इस बीच बेटी की बेहद भावुक तस्वीर सामने आई। बेटी पवना के आंसू रुक नहीं रहे और बिलखते हुए कहती है – बस मेरे पापा वापस दे दो और कुछ नहीं चाहिए… पिछली बार पापा आए थे तो लिंटर डालने की बात कर रहे थे। नीलम सेना की नौ पैरा कमांडो में तैनात थे।परिवार में उनके पिता गुरदेव सिंह, पत्नी बिंदु देवी, छोटा भाई अंगद सिंह, बेटी पवना देवी, बेटा अखिल सिंह हैं।