लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बगावत शुरु कर दी थी। अब पार्टी के बीच बीजेपी बनाम बीजेपी की जंग और बढ़ती जा रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने इन बागियों को समझाने की कोशिश की थी, लेकिन पार्टी इन नेताओं को समझाने में नाकाम हो गई और पार्टी के बीच यह आपसी जंग बढ़ गई।
एटा जिले में अवागढ़ नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी महेश पाल सिंह के खिलाफ पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता मुन्नालाल गुप्ता पंचायत के अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे हैं। जिसके बाद महेश पाल सिंह ने कहा कि, उन्होंने इसकी शिकायत एटा के बीजेपी जिला अध्यक्ष और उच्च पदाधिकारियों से की है। उन्होंने कहा कि, पिछले विधानसभा चुनाव में भी इन्ही लोगों ने बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ बगावत की थी। लेकिन फिर भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बदलाव लाने के लिए लड़ रहे चुनावः मुन्नालाल
भाजपा के बागी प्रत्याशी मुन्नालाल गुप्ता ने भी अपनी बात कही है। उन्होंने कहा कि, “वो जनता के कहने पर बदलाव लाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने भी बीजेपी से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया। जिसके बाद उन्होंने खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अवागढ़ नगर पंचायत के आंकड़ों पर नजर डालें तो यहां कुल 9400 वोट हैं। जिनमें सर्वाधिक लगभग 2000 वैश्य वोट है। उसके बाद क्षत्रिय वोट 1200 हैं। यहां पर यदि ऐसे ही बगावत होती रही और पार्टी के भीतर हो रही इस चुनावी जंग को खत्म नहीं किया गया तो बीजेपी को इसका भारी नुकसान हो सकता है। वहीं, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा का कहना है कि, बीजेपी के जो भी विद्रोही उम्मीदवार हैं। उनकी लिस्ट प्रदेश में बन रही है। जल्द ही उन पर कार्रवाई की जाएंगी।