गढ़वा। रांची ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम टेंडर घोटाले से जुड़े मामले में सोमवार को गढ़वा पहुंची।
गढ़वा थाने के रंका-बौलिया गांव निवासी गोरखनाथ तिवारी के पुत्र हृदयानंद तिवारी के गढ़वा केंद्रीय विद्यालय के समीप स्थित आवास पर टीम ने इश्तेहार चिपकाया। गढ़वा बस स्टैंड और कचहरी सहित विभिन्न जगहों पर ईडी की टीम द्वारा इश्तेहार चिपकाया गया। पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश के आदेश पर इश्तेहार चिपकाया गया है।
ईडी ने मनी लांड्रिंग के आरोप में जेल में बंद ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम से संबंधित मामलों में यह इश्तेहार चिपकाया है। गढ़वा निवासी हृदयानंद तिवारी दिल्ली में चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। वहां रियो-42/1, शॉप प्लॉट, पांडव नगर, दिल्ली 110092 में उनका आवास है। हृदयानंद तिवारी पर आरोप है कि उन्होंने एक अन्य चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल से वीरेंद्र राम को मिलवाया था। मित्तल के कार्यालय में हृदयानंद तिवारी सहयोगी के रूप में कार्य करते थे।
आरोप है कि हृदयानंद तिवारी ने मुकेश मित्तल के माध्यम से वर्ष 2014 से लेकर 2019 के दौरान निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम का 9.41 करोड़ रुपये मनी लांड्रिंग कराया था। यह भी आरोप है कि उन्होंने इस मामले में दो लाख रुपए कमीशन लिए थे।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में उच्च न्यायालय में हृदयानंद तिवारी ने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन दिया है। इस जमानत पर सुनवाई करते हुए ईडी को 26 जुलाई तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया गया था। न्यायालय के आदेश पर ईडी की टीम ने हृदयानंद तिवारी के आवास पर इश्तेहार चिपकाया है।