लोहरदगा। मनोहर लाल अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर +2 विद्यालय के भगवान बिरसा मुंडा सभाकक्ष में शनिवार को द्वितीय मनमोहन लाल अग्रवाल स्मृति जिला स्तरीय अंतर विद्यालय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। वन रहेंगे, हम रहेंगे विषयक भाषण प्रतियोगिता में जिले के विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों के कक्षा नवम एवं दशम के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सैंक्चुअरी फॉर एजुकेशनल नर्चर (सेन) जिला चैंपियन बना। सेन की नेहा सिंह प्रथम,एमबी डीएवी पब्लिक स्कूल की रिद्धिमा सिंह द्वितीय और सरस्वती विद्या मंदिर बड़कीचापी की मनीषा कुमारी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया ।
उक्त विद्यालयों के अलावा सरस्वती विद्या मंदिर सेंहा , संतस्तानिसलॉस, शीला अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर, राजकीयकृत बालिका उत्क्रमित विद्यालय, बुनियादी विद्यालय सेन्हा जिले के विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों के लगभग दो दर्जन विद्यार्थी प्रतियोगिता में शामिल हुए। विजेताओं को ट्रॉफी, मेडल, प्रमाण पत्र और उपहार दिए गए। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र एवं उपहार भी दिया गया। इसके पूर्व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि झारखंड बायोडायवर्सिटी बोर्ड के सदस्य और कार्तिक उरांव कॉलेज गुमला के प्रोफ़ेसर डॉ प्रसनजीत मुखर्जी, लोहरदगा नगर में विद्या भारती विद्यालयों के समिति अध्यक्ष शशिधर लाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष विनोद राय, सचिव अजय प्रसाद , सदस्य जीतराम बड़ाईक, निर्णायक मंडली के सदस्य क्रमशःशिक्षाविद सदस्य कृष्णा प्रसाद, डॉक्टर कुमुद कुमार, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सेवानिवृत्त शिक्षक बैजनाथ मिश्र ने संयुक्त रूप से किया ।
प्राचार्य उत्तम मुखर्जी ने कार्यक्रम की भूमिका रखी और अतिथि परिचय कराया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ प्रसनजीत मुखर्जी को स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र भेंट करके सम्मानित किया गया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से आज की युवा पीढ़ी में जागरूकता आती है । हमें खुद जागरूक होकर पूरे समाज में जागरूकता फैलानी चाहिए । शिक्षाविद कृष्णा प्रसाद ने कहा कि वृक्ष हमारी रक्षा के लिए है इसलिए हमें इसकी भी रक्षा करनी चाहिए। अध्यक्षीय आशीर्वचन में शशिधर लाल अग्रवाल ने कहा कि वन रहेंगे तभी हम भी जीवित रहेंगे। इस तरह के कार्यक्रम से युवाओं में जागरूकता आती है ।
सभी प्रतिभागी वक्ताओं का मत रहा कि प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए मदर नेचर को दैनिक प्राथमिकता सूची में लाना ही होगा। कार्यक्रम का संचालन रेणु कुमारी और धन्यवाद ज्ञापन नीतू कुमारी ने कियाl आयोजन को सफल बनाने में कविता कुमारी, चेतना प्रिया, रश्मि साहू, स्नेहा शर्मा, प्रीति कुमारी गुप्ता,आरती भगत सहित शिक्षक- शिक्षकों ने महत्वपूर्ण योगदान किया।