गिरिडीह । जिले के घोड़थंभा से कोलकाता के बाबू घाट जा रही गिरिडीह की अलिशान बाबा सम्राट बस से पश्चिम बंगाल पुलिस ने हथियार बरामद किया है। बंगाल के दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत कुल्टी के सहायक पुलिस आयुक्त एसके जावेद हुसैन की टीम ने बस से एक नीले रंग का बैग बरामद किया है, जिसके अंदर चार पाइप गन और दो राउंड जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। इस मामले में बस के खलासी घोड़थंभा निवासी सलीम अंसारी को गिरफ्तार किया गया। शनिवार को खलासी सलीम को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
अब इस मामले को लेकर रविवार काे बस के मालिक राजू खान सामने आए हैं और उन्होंने पूरी घटना को साजिश बताया है। राजू खान ने कहा कि उनकी बस में आपत्तिजनक सामान नहीं ढोया जाता है। यह एक साजिश है और साजिश गिरिडीह शहर में ही रची गई है। उनका कहना है कि उनकी बस घोड़थंभा से खुली थी। गिरिडीह बस पड़ाव पर यात्री बस में सवार हुए, बस में कई यात्रियों का सामान लादा गया। इस दौरान खलासी सलीम सामान लोड कर रहा था और बस के रवाना होने तक की रिकॉर्डिंग सीसीटीवी कैमरे में कैद है। बस में एक भी नीले रंग का बैग नहीं लादा गया है।
राजू खान बताते हैं कि शुक्रवार को गिरिडीह बस स्टैंड से बस खुलने के बाद मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डांडीडीह में दो यात्री बस में चढ़े। यहां भी सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई लेकिन दोनों यात्रियों के पास नीला बैग नहीं मिला। इसके बाद बस बंगाल सीमा से पहले नेशनल हाइवे पर आकाश गंगा होटल में रुकी। यहां बस के सभी स्टाफ और यात्री खाना खाने के लिए उतर गए। अब जब बस यहां से खुली तो कुल्टी थाना क्षेत्र में रोकी गई और वहां एक बैग मिला जिसमें हथियार रखे थे। राजू का कहना है कि कोलकाता के लिए मेरी दूसरी बसें भी चलती हैं लेकिन बंगाल पुलिस ने मेरी सिर्फ एक बस की जांच की। उनका कहना है कि किसी दुश्मन ने न सिर्फ उनकी बस में हथियार रखा बल्कि पुलिस को इसकी सूचना भी दे दी।
पश्चिम बंगाल पुलिस का कहना है कि बस से हथियार मिले हैं और पूछताछ में खलासी ने बताया कि उसे किसी ने बैग के साथ 50 रुपए दिए थे और कहा था कि बाबूघाट से कोई आएगा और बैग ले जाएगा। बंगाल पुलिस इस मामले की जांच अवैध हथियार सप्लायरों से जोड़कर कर रही है।
अलिशान बाबा सम्राट बस के मालिक राजू खान जिले में चर्चित नाम हैं। दो साल पहले 27 मई को बाबू खान पर जानलेवा हमला हुआ था। बाद में पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की थी। वहीं एक साल पहले रांची से आ रही उनकी बस बराकर नदी में गिर गई थी। इस घटना के बाद काफी हंगामा हुआ था। बस के इंश्योरेंस से लेकर उसके परमिट तक पर सवाल उठे थे।