कोडरमा। कांग्रेस नेता सईद नसीम ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि नगर परिषद के खेल अजीबो गरीब है। भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार का रूप लेता दिखाई दे रहा है। कार्यपालक पदाधिकारी के स्थानांतरित के बाद भी उनके डिजिटल हस्ताक्षर से निविदाएं खोली जा रही हैं और वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी दर्शक दीर्घा में बैठे नजर आ रहे है। उन्होंने कहा कि झुमरीतिलैया नगर परिषद पूर्व कार्यपालक हर्षवर्धन का स्थानांतरण बीते माह हो गया, उसके बाद नए कार्यपालक पदाधिकारी आये, इनके आये भी एक माह से ज्यादा हो चुका है लेकिन दिलचस्प बात यह है कि हर्षवर्धन का डिजिटल हस्ताक्षर पेन ड्राइव आज भी कनीय अभियंता दीपक साव के पास मौजूद हैं, जिससे कनीय अभियंता ने कई निविदा हर्षवर्धन के डिजिटल हस्ताक्षर से खोला है।
जाहिर है निविदा खोलने में तीन डिजिटल हस्ताक्षर की आवशकता होती है। जब कनीय अभियंता दीपक कुमार को डिजिटल हस्ताक्षर पेन ड्राइव की आवश्यकता थी तो निविदा निस्तार समिति के अन्य सदस्यों के डिजिटल हस्ताक्षर का उपयोग किया जाना चाहिए था, लेकिन हर्षवर्धन के स्थानांतरित के बाद गलत मंशा से अपने मनमानी और हित साधने के लिए स्थानांतरित पदाधिकारी का डिजिटल हस्ताक्षर का दुरुपयोग किया गया है। जिसकी आगे भी सम्भवना है। मेरा मानना है जिस तरह से लंबे समय से दीपक कुमार एक ही जगह झुमरीतिलैया नगर परिषद में पांच वर्षों से जमे हुए हैं और कई योजनाओं को देख रहे है, नगर परिषद के सृजित छह अभियन्ताओं के पद पर छह कनीय अभियंताओ के स्थायी नियुक्ति के बाद भी अतरिक्त कनिय अभियंता के रूप में दबंगता पूर्वक कार्य कर रहे है, ऐसे में इनका सेवा पथ निर्माण विभाग में वापस करते हुए कार्यकाल के हुए सभी योजनाओं की जांच होनी चाहिए।
वहीं नगर परिषद के सरकारी राजस्व को चुना लगाया गया है, साथ ही मेरी मांग है कि 25 जुलाई 2024 के बाद जितने भी निविदा में पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी हर्षवर्धन के स्थानांतरित के बाद इनके डिजिटल हस्ताक्षर का उपयोग किया गया है उन सभी निविदा को निरस्त किये जायें ताकि योजनाओं में पारदर्शिता और नियम संगत बनी रहे, ताकि सरकारी राजस्व का बंदर बाट से बचाया जा सके।