रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो ) के महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अगले सप्ताह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झारखंड दौरे से होगी। वे 15 सितंबर को झारखंड आ रहे हैं।
सुप्रियो ने कहा कि ये भी पता चला कि वे झारखंड को कई सौगात भी देंगे। इसके बाद राज्य में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का दौरा होगा। वह सबसे लंबे समय तक राज्य का राज्यपाल रह चुकी हैं। उन्होंने कहा कि उनके रहते राज्य के आदिवासियों और मूलवासियों के लिए कुछ ऐसे कदम उठाये गये, जिसकी वजह से यहां की जनता ने साल 2019 में भाजपा सरकार को सबक सिखा दिया। राष्ट्रपति भी 19 और 20 तारीख को झारखंड आयेंगी। सुप्रियो ने कहा कि नामकुम स्थित लाह उत्पादन केंद्र के रिसर्च विंग का यह स्वर्ण जयंती साल है। राष्ट्रपति इसी के समारोह में शामिल होंगी। वहीं, 21 सितंबर को को गृहमंत्री अमित शाह भी झारखंड आ रहे हैं। वो संथाल में सभाएं करेंगे।
उन्होंने कहा कि इन तीनों का विजिट ऐसे समय में हो रहा है, जब यहां की सरकार, यहां के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, यहां के प्रशासनिक अफसर आदिवासी और मूलवासियों की समस्या के समाधान के लिए उनके दरवाजे तक जा रहे हैं। हमारे कार्यकर्ता लोगों के साथ संपर्क बनाये हुए है।
भट्टाचार्य गुरुवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जो जानकारी है, उसके अनुसार 21 तारीख को कई राज्य के मुखिया भी झारखंड आयेंगे। कई केंद्रीय मंत्री यहां आयेंगे। लगता है चुनाव तक पूरी मोदी कैबिनेट यहीं बैठेगी। उन्होंने कहा कि झारखंड की जितनी यात्रा भाजपा के नेता कर लें, चुनाव में झारखंड की जनता इनकी अंतिम यात्रा निकालेगी। जब भी चुनाव होगा, उसमें भाजपा की अंतिम यात्रा तय है। वहीं कथित घुसपैठिया मुद्दे पर सुप्रियो ने कहा कि अगर घुसपैठ हुई है तो इसके लिए केंद्र का गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय सीधे तौर पर जिम्मेदार है। क्योंकि सीमा सुरक्षा का मामला इन्हीं के जिम्मे है।