कोडरमा। कांग्रेस नेता सईद नसीम ने बयान जारी कर कहा कि जिले के उत्पाद अधीक्षक के पद पर तीसरी बार हाल ही में पदस्थापित अजय कुमार गोंड के विरुद्ध पूर्व में आय से अधिक मामले में लोकायुक्त द्वारा एसीबी के डीजी को दिए गए प्राथमिकी दर्ज करने आदेश दिए गए थे। इसके बाद भी भ्रष्टाचार से घिरे पदाधिकारी की लगातार मनचाही पोसिं्टग कर दी जाती रही है। कोडरमा जिले में तीसरी बार यहां के उत्पाद अधीक्षक बनाए गए अजय कुमार गोंड के लिए काफी पसंदीदा जगह मालूम पड़ता हैं। इसका कारण शराब बंदी वाला बिहार राज्य का सीमावर्ती क्षेत्र होना। यहां देसी और विदेशी अंग्रेजी शराब के अवैध निर्माण और इसकी तस्करी से होने वाला बड़ी रकम के रूप में अवैध कमाई रहा है। इन पर आय से अधिक 75 लाख से ज्यादा रुपये रखने के आरोप है।
इस पदाधिकारी को पूर्व में एक्साइज सुपरिंटेंडेंट से प्रमोशन कर सहायक आयुक्त बना दिया गया था। इसके बावजूद भी ईन्हें डिमोशन दे कर एक बार फिर एक्साइज सुपरिंटेंडेंट बनाते हुए तीसरी बार कोडरमा में पोसिं्टग कर दिया गया है। जो एक बड़ा प्रश्न है की अवैध कमाई के लिए लोग खुद का डिमोशन तक करवा लेते हैं। जहां सेटिंग गेटिंग के आधार पर चल रही इन फैक्ट्रीयो से प्रतिमाह विभाग के पदाधिकारी को नजराना लाखों रुपए मिलना तय होता है। सईद नसीम ने कहा कि सरकार एवं विभाग के वरीय पदाधिकारी से अनुरोध है कि ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारी पर तत्काल आय से अधिक मामले में लोकायुक्त के निर्देशानुसार कार्रवाई करते हुए इस बात की भी जांच कराई जाए की पदाधिकारी आखिर अपने कार्यकाल के दौरान बार-बार कोडरमा में ही पोसिं्टग करना क्यों चाहता है।