झुमरीतिलैया (कोडरमा)। नगर स्थित साहू धर्मशाला में सोमवार को कोडरमा विधानसभा नेत्री शालिनी गुप्ता के समर्थकों द्वारा एक भव्य बैठक का आयोजन किया गया। लगभग दो महीने के अंतराल के बाद कोडरमा लौटने पर उनके समर्थकों ने रेलवे स्टेशन पर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। भारी बारिश के बावजूद कार्यक्रम स्थल पर समर्थकों की भीड़ जुटी, जिसने शालिनी गुप्ता के प्रति अटूट विश्वास और समर्थन को स्पष्ट किया।
बेटी की गंभीर तबियत ने तोड़े मां के आंसू
कार्यक्रम के दौरान शालिनी गुप्ता ने अपने संबोधन में अपनी बेटी के स्वास्थ्य को लेकर भावुक हो गईं। उन्होंने बताया कि उनकी छोटी बेटी की तबियत अचानक काफी खराब हो गई थी और फिलहाल उसका इलाज भुवनेश्वर, ओडिशा में चल रहा है। इस विपरीत परिस्थिति में उनके पति बेटी के साथ वहां मौजूद हैं। शालिनी गुप्ता अपनी बेटी का जिक्र करते-करते आंसू नहीं रोक सकीं। उन्होंने कहा कि कोडरमा के लोगों की प्रार्थनाएं और समर्थन ने मुझे इस कठिन समय में हिम्मत दी। मैं उन सभी का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मेरी बेटी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
दो महीने के अंतराल का कोई महत्व नहीं, 14 वर्षों की सेवा है असली पहचान
शालिनी गुप्ता ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि भले ही वह दो महीने के बाद लौटी हैं, लेकिन पिछले 14-15 वर्षों से उन्होंने इस क्षेत्र में निरंतर काम किया है। उन्होंने कहा कि जिसने 14 वर्षों से इस क्षेत्र में सेवा की हो उसके लिए दो महीने का अंतराल कोई मायने नहीं रखता। कोडरमा मेरा परिवार है और मैं इससे हमेशा जुड़ी रहूंगी, चाहे मैं कहीं भी रहूं। उन्होंने आगे कहा कि इस कठिन समय में कोडरमा के लोगों ने जिस तरह से उनका समर्थन किया, वह उनके लिए बड़ी हिम्मत का स्रोत बना।
वहीं शालिनी गुप्ता ने इस अवसर पर कोडरमा विधानसभा चुनाव को लेकर परिवर्तन की असली यात्रा का शंखनाद किया। उन्होंने अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को कोडरमा के भविष्य को बदलने की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने कहा जो हमारे कार्यकर्ता हैं, वे सिर्फ समर्थक नहीं हैं, बल्कि कोडरमा परिवार के सदस्य हैं। इसी परिवार के संघर्ष की बुनियाद पर मैंने पंचायत समिति से लेकर विधानसभा तक का सफर तय किया है। आने वाले समय में भी इसी संघर्ष की बदौलत हम विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे।
मां के दर्द और जिम्मेदारी की गूंज
शालिनी गुप्ता ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि जो मेरे साथ हुआ, वह किसी भी मां के साथ न हो। मैं प्रार्थना करती हूं कि कोई मां अपनी संतान की ऐसी बीमारी न देखे। मगर मैं यहां कोडरमा के लिए अपने दायित्व को निभाने आई हूं, क्योंकि यह जिम्मेदारी मेरे लिए उतनी ही महत्वपूर्ण है, जितनी मेरी बेटी का स्वास्थ्य। मौके पर साजिद हुसैन, मंटू तिवारी, दीपक गुप्ता, यशपाल सिंह, बालगोविंद मोदी, प्रदीप शर्मा, सहदेव यादव, संतोष साव, भीम साव, अरुण पासवान, सुन्दर सोनी, शैलेश शोलू, अमर गुप्ता, सोनू वर्मा, मिलन शाहबादी, प्रियंका बर्णवाल, विनोद शर्मा, मनोज शर्मा, संजय कुमार, राजू पासवान, पंकज साव, संजय सिंह, नरेंद्र सिंह चंदेल, कुणाल गुप्ता, करनवीर राम, सूर्यदेव मोदी आदि मौजूद थे।