रांची। रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के निर्देश पर मंगलवार को सिविल सर्जन रांची डॉक्टर प्रभात कुमार की अध्यक्षता में अगले 60 दिनों तक चलने वाले तंबाकू मुक्त युवा अभियान की शुरुआत हुई। सिविल सर्जन रांची के सभागार में हस्ताक्षर अभियान के साथ इसका शुभारंभ किया गया।
मौके पर सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मचारी पदाधिकारी , डॉक्टर एवं मारवाड़ी कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना के वालंटियर उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में तंबाकू के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूकता लाया जाना है। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए सिविल सर्जन रांची की ओर से बताया गया कि तंबाकू के इस्तेमाल से प्रत्येक वर्ष तकरीबन 14हजार लोगों की मृत्यु हो जाती है जो की काफी चिंता का विषय है । तंबाकू इंडस्ट्री उन इंडस्ट्री में से एक इंडस्ट्री है जो अपने ग्राहकों को मौत का सामान बेचने का काम करती है। इसकी रोकथाम के लिए भारत सरकार के जरिये कोटपा एक्ट 2003 अधिनियम बनाया गया है। इसका सख्ती से अनुपालन कराया जाना अति आवश्यक है, ताकि शैक्षणिक संस्थान के 100 गज के दायरे में तंबाकू पदार्थ की बिक्री और इस्तेमाल में कमी लाई जा सके। तंबाकू मुक्त युवा अभियान के तहत जिले के तकरीबन 300 शैक्षणिक संस्थानों को तंबाकू मुक्त घोषित किए जाने का लक्ष्य निर्धारण किया जाना है।
नोडल पदाधिकारी तंबाकू नियंत्रण इकाई रांची की ओर से बताया गया कि हमें तंबाकू मुक्ति केंद्र जिले के साथ-साथ प्रखंड स्तर पर भी बनाना है, ताकि लोगों को तंबाकू की लत से निजात दिलाने के लिए परामर्श दिया जा सके। समय-समय पर प्रशिक्षण, कैंप, अखबार नुक्कड़ नाटक आदि के माध्यम से भी लोगों में जागरूकता लाया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में सिविल सर्जन कार्यालय के प्रांगण से तंबाकू के दुष्प्रभाव की रोकथाम के लिए तंबाकू रथ सिविल सर्जन रांची की ओर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।