चतरा। ट्रांसपोर्टिंग और आम सड़क को अलग करने की मांग को लेकर टंडवा के 15 गांव के ग्रामीणों ने समाहरणालय चतरा का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय प्रशासन से नो एंट्री लागू करने की अपील की।
घेराव के दौरान ग्रामीणों ने अपने मुद्दों को लेकर नारेबाजी की और प्रशासन की उपेक्षा का आरोप लगाया। उनका कहना है कि ट्रांसपोर्टिंग गतिविधियों के कारण आम लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। हमारे बच्चों को भय के साए में स्कूल भेजना पड़ता है। चतरा एसडीओ ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। एसडीओ ने सभी लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से वापस जाने की अपील की।
ग्रामीणों ने प्रशासन के आश्वासन पर थोड़ी राहत महसूस की है लेकिन उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगों का जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे फिर से सड़कों पर उतरेंगे। स्थानीय निवासी और प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमारी सुरक्षा और सुविधा सबसे पहले है। हमें उम्मीद है कि प्रशासन हमारी समस्याओं को समझेगा।