पटना। गर्मी के दिनों में उत्तर बिहार में मासूम बच्चों के बीच मौत का दूसरा नाम बना चमकी बुखार का आंकड़ा 23 पहुंच चुका है। इस वर्ष 16 जनवरी को चमकी बुखार का पहला केस मेडिकल कॉलेज पहुंचा था। तब से लेकर अब तक धीरे-धीरे चमकी बुखार रफ्तार बढ़ा रहा है।
उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित श्रीकृष्ण सिंह मेडिकल कॉलेज (एसकेएमसीएच) के आंकड़ों के अनुसार 23 बच्चों में से शिवहर जिले से एक, बेतिया से दो, मोतिहारी के एक, सीतामढ़ी से तीन और मुजफ्फरपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से 16 बच्चे चमकी बुखार पीड़ित आए हैं। इसमें 21 बच्चों को ठीक होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है जबकि दो बच्चे चंपारण की सोमारी कुमारी और मुजफ्फरपुर के सुकेश कुमार अभी भी पीकू वार्ड में भर्ती हैं। जिन बच्चों को दोबारा चमकी हुआ है उसमें सीतामढ़ी के गोलू कुमार, मुजफ्फरपुर के मोहम्मद फरहान और मुसहरी के अवनी और मुजफ्फरपुर के मोहम्मद गुड्डू हैं।
इस बाबत एसकेएमसीएच के डिप्टी सुपरिटेंडेंट सह शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर साहनी ने बताया कि दो बच्चे अभी पिकू वार्ड में भर्ती हैं। बाकी सभी बच्चे ठीक हो जाने के बाद घर जा चुके हैं। अब तक 23 मामले मुजफ्फरपुर सहित विभिन्न जिलों से आए हैं। डॉ. साहनी ने कहा कि बुखार दोबारा होने पर बच्चों में कोई खास असर इसका नहीं होता है। घबराने की जरूरत नहीं है।