रांची: हेमंत सोरेन ने रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य कार्यक्रम में झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. राज्यपाल संतोष गंगवार ने हेमंत सोरेन को झारखंड का मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिया है. राजधानी के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया है. शपथ ग्रहण में इंडिया गठबंधन के तमाम बड़े नेता शामिल हैं. इसमें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित कई शीर्ष नेता शामिल हुए . राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार सोरेन को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के 49 वर्षीय नेता का मुख्यमंत्री के रूप में यह चौथा कार्यकाल है.
गौरतलब है कि चुनाव नतीजे आने को पांच दिन हुए हैं और झारखंड को अब नई सरकार मिल गई है. झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आए थे. चुनावों में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की अगुवाई वाले इंडिया ब्लॉक को 56 सीटों पर जीत मिली थी. नतीजे आने के बाद अगले ही दिन हेमंत सोरेन ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था.
सीएम के साथ छह से आठ मंत्रियों के भी शपथ लेने की चर्चा थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं. रांची के मोरहाबादी मैदान में सीएम के साथ किसी मंत्री ने शपथ नहीं ली. मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी भी तरह का कोई सस्पेंस नहीं था लेकिन मंत्रिमंडल की तस्वीर पर गठबंधन के घटक दलों में सहमति अभी नहीं बन सकी है.यही वजह है कि हेमंत सोरेन ने अकेले ही पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. सीएम के साथ जेएमएम कोटे से भी किसी विधायक को मंत्री पद की शपथ नहीं दिलाई गई. बता दें कि कांग्रेस चार पर एक के फॉर्मूले से चार मंत्री पद की डिमांड कर रही है. हेमंत सोरेन की पिछली सरकार में कांग्रेस के चार विधायकों को ही मंत्री बनाया गया था. तब भी कांग्रेस का संख्याबल 16 ही था.
हेमंत के शपथ ग्रहण में उनके पिता और तीन बार के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन भी मौजूद रहे. हेमंत सरकार के गठन के मौके पर इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने भी पहुंचकर शक्ति प्रदर्शन किया.
शपथ ग्रहण समारोह में जाने से पहले हेमंत सोरेन ने आदरणीय बाबा दिशोम गुरुजी और मां का आशीर्वाद लिया…
शपथ ग्रहण समारोह को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मोरहाबादी मैदान समेत पूरी रांची को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. शपथ ग्रहण से पहले सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. जिसमें राज्य के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी.