रांची। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एवीबीपी) ने स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाते हुए महानगर के विभिन्न शैक्षणिक परिसरों में कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया।
राम लखन सिंह महाविद्यालय में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर एबीवीपी ने वर्तमान परिदृश्य में विवेकानंद के विचारों की प्रासंगिकता विषय पर संगोष्ठी एवं विकसित भारत में युवाओं की भूमिका विषय पर इंस्टीट्यूट आफ लीगल स्टडीज में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य रूप से महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विष्णुचरण महतो, प्राध्यापक भारत कुमार, प्राध्यापक विजय कुमार, प्रदेश सह मंत्री ऋतुराज सहदेव उपस्थित रहे।
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विष्णुचरण महतो ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने युवावस्था में ही विश्व पटल पर भारत का परचम लहराया था। उन्होंने युवावस्था का संपूर्ण कल मातृभूमि के लिए समर्पित किया था। उनका मानना था कि किसी भी राष्ट्र के वर्तमान से भविष्य निर्माण में सबसे ज्यादा योगदान उस राष्ट्र के युवाओं का होता है। स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं आज भी पूरी तरह से प्रासंगिक हैं। उनकी शिक्षाओं को अगर हम जीवन में उतार लें तो राष्ट्र के प्रति समर्पित भाव से काम करने की ऊर्जा सभी युवाओं को मिलेगी।
एबीवीपी रांची महानगर इकाई की ओर से युवा दिवस के पूर्व संध्या पर दीपोत्सव एवं युवा दिवस के अवसर पर बड़ा तालाब स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं रांची महानगर कार्यालय में संगोष्ठी कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।