कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर-फर्रुखाबाद रेलवे ट्रैक पर रविवार रात गैस सिलेंडर व कुछ अन्य संदिग्ध सामान रखा गया। इस बीच भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस गैस सिलेंडर से टकरा गई। गनीमत रही की गैस सिलेंडर फटा नहीं और दूर जा गिरा। इससे बड़ा हादसा होते-होते बच गया।अगर रेलगाड़ी पलट जाती तो जान-माल की भारी क्षति हो सकती थी।
कानपुर सेंट्रल से अनवरगंज स्टेशन होते हुए कालिंदी एक्सप्रेस भिवानी की ओर जा रही थी। अभी वह शिवराजपुर रेलवे स्टेशन के करीब ही पहुंची थी कि अचानक धड़ाम की आवाज आई। गति अधिक होने कारण चालक ने इमरजेंसी ब्रेक नहीं लिया और कुछ ही दूरी पर शिवराजपुर स्टेशन पहुंचने पर मेमो दिया। इसमें कहा गया कि ट्रेन किसी लोहे की वस्तु से टकराई है। इस पर आरपीएफ इंस्पेक्टर ओपी मीना ने मौके पर जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए।
रेलवे ट्रैक पर कुछ संदिग्ध सामान मिला और गैस सिलेंडर दूर पड़ा मिला, जो फटा नहीं था और उसमें गैस भरी हुई थी। यह देख इंस्पेक्टर भांफ गया कि ट्रेन को पलटाने की साजिश रची गई है। इज्जत नगर पूर्वोत्तर रेलवे मंडल के पीआरओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि ट्रेन को पलटाने की साजिश की गई है। मामले की जांच की जा रही है और रेलवे ट्रैक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
रेलवे और आरपीएफ के अधिकारियों ने घटनास्थल से एलपीजी गैस सिलेंडर, कांच की बत्ती लगी बोतल, माचिस की डिब्बी और एक झोले में बारूदनुमा सामग्री बरामद की। वहीं, देर रात एसटीएफ और एटीएस की टीमें जांच करने के लिए पहुंची। यदि सिलेंडर फटता तो बड़ा हादसा हो सकता था। साजिशकर्ताओं ने गड्ढा करके सिलेंडर रखा था। फोरेंसिक टीम ने बताया कि सिलेंडर का ऊपरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है, लेकिन सिलेंडर में कहीं से रिसाव की बात सामने नहीं आई है।
टीमें जांच में जुटी
आरपीएफ के असिस्टेंट कमाडेंट एमएस खान ने बताया कि घटना स्थल से एक भरा हुआ एलपीजी सिलेंडर कई संवेदनशील वस्तुएं बरामद हुई हैं। वहीं एडीशनल सीपी हरीश चंदर का कहना है कि साढ़े आठ बजे रेलवे की तरफ से घटना की जानकारी मिली थी। ट्रैक पर भरा सिलेंडर रखकर ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश रची गई थी। रेलवे, आरपीएफ और पुलिस अधिकारियों को घटना स्थल से सिलेंडर के आलावा कांच की बोतल में तरल पदार्थ, माचिस और झोले में बरामद सामग्री की जांच की जा रही है।