रांची। पूर्व मंत्री और भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ लुईस मरांडी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वो झामुमो में शामिल हो गयी है। देर रात लुईस मरांडी ने हेमंत सोरेन से मुलाकात की। उनके साथ गणेश महली और कुणाल षाड़ंगी भी झामुमो में शामिल हुए। यह घटनाक्रम तीन बार के भाजपा विधायक केदार हाजरा और आजसू पार्टी के नेता उमाकांत रजक के झामुमो में शामिल होने के दो दिन बाद हुआ है। भाजपा के पूर्व प्रवक्ता और बहरागोड़ा के पूर्व विधायक सारंगी ने कहा, ‘हम आज झामुमो में शामिल हो गए.’ इस संबंध में उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को पत्र लिख कर औपचारिक जानकारी दे दी है। इसमें उन्होंने भाजपा से अपना सियासी सफर शुरू करने और 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें मौका देने तथा मंत्री बनाने के लिए आभार जताया है।
बीजेपी के अंदर गुटबाजी चरम पर- लुईस मरांडी
झारखंड में बीजेपी के अंदर गुटबाजी चरम पर पहुंच गई है और इसी का नतीजा है कि दुमका जैसी प्रतिष्टित सीट पर बीजेपी एक बार जीत हासिल करने के बाद लगातार हार का सामना कर रही है। पार्टी संगठन में अनुशासन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। समर्पित कार्यकर्ताओं की आस्था और निष्ठा पर शक किया जा रहा है। इनकी भावनाओं का खुले मंच से अनादर किया जा रहा है। ”
साथ ही आरोप लगाते हुए उन्हाेंने कहा कि पार्टी में आंतरिक अनुशासन कमजोर हुआ है। निष्ठावान कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जा रहा है। झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हुई सीता सोरेन को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उन पर जानबूझ कर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद उन्हें अपेक्षा थी कि पार्टी के लीडर इस पर पहल करेंगे पर ऐसा हुआ नहीं।
लुईस के मुताबिक उन्हें 2024 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा की ओर से तैयारी करने को कहा गया था पर उनकी उपेक्षा हुई। ऐसे में अब वे भारी मन से पार्टी से इस्तीफा दे रही हैं।
लुइस के झामुमो में शामिल होने के तुरंत बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनका पार्टी में स्वागत किया। सोरेन ने एक्स पर लिखा, ‘हम पूर्व भाजपा उपाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता आदरणीय लुइस मरांडी जी का जेएमएम परिवार में हार्दिक स्वागत करते हैं।’
लुईस मरांडी को कहां से टिकट दे सकती है JMM
बताया जा रहा है कि JMM झारखंड की जामा विधानसभा सीट से लुईस मरांडी को टिकट दे सकती है। लुईस मरांडी झारखंड की दुमका सीट से तीन दफा चुनाव लड़ चुकी है। 2014 के चुनाव में तो उन्होंने हेमंत सोरेन को हराकर बाजी मार ली थी लेकिन साल 2019 के चुनाव में जेएमएम प्रत्याशी हेमंत सोरेन से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।साल 2009 में भी लुईस मरांडी को हेमंत सोरेन के हाथों शिकस्त मिली थी।
बता दें कि राज्य की 81 सीट के लिए विधानसभा चुनाव 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होंगे जबकि मतगणना 23 नवंबर को होगी।