खूंटी। बिरसा कॉलेज, खूंटी के हिंदी विभाग में शुक्रवार को हिंदी दिवस मनाकर हिंदी पखवाड़े का समापन किया गया। दो सितंबर से शुरू हुआ यह पखवाड़ा हिंदी विभाग में लगातार चल रहा था। इसमें अलग-अलग विद्वानों ने आकर हिंदी भाषा पर अपनी बात रखी।
हिंदी के प्रख्यात लेखक वाल्टर भेंगरा ने हिंदी लेखन के लिए बच्चों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि लेखन ही लंबे समय तक बना रहता है। हिंदी के उपयोगिता मूलक पक्ष की ओर ध्यान दिलाते हुए उन्होंने बताया कि हिंदी अब विदेशों में भी अत्यधिक बोली जा रही है। कार्यक्रम में कॉलेज की प्रभारी प्राचार्या प्रो जे किड़ो ने हिंदी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बोलचाल में भी इसका प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को हिंदी साहित्य की पुस्तकों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया और व्याकरण की शुद्धि पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया।
डॉ सुधांशु शर्मा ने हिंदी के विकास क्रम को संस्कृत से जोड़कर वर्तमान में खड़ी बोली तक के सफर को समझाया। उन्होंने हिंदी के माधुर्य को कविता के माध्यम से बताया। साथ ही हिंदी गद्य के विकास की परिस्थितियों की भी चर्चा की। प्रो जया भारती कुजूर ने भी हिंदी साहित्य के महत्व को बताते विभिन्न उपन्यासों की चर्चा की।
इससे पहले, पूनम माई तिउ, डॉ अभिषेक, प्रो. पुष्पा सुरीन, डॉ सुधांशु, डॉ प्रियंका, डॉ संगीता, राजकुमार गुप्ता आदि विशिष्ट अतिथि के तौर पर अलग-अलग दिनों में शामिल हुए।