श्रीनगर: पाकिस्तान बॉर्डर के समीप इंडियन आर्मी के वाहन को निशाना बनाया गया है. घात लगाए बैठे आतंकवादियों ने आर्मी की गाड़ी पर हमला कर दिया. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस हमले में 2 जवान शहीद हो गए. दो पोर्टर (सामान ढोने वाला) की भी मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में पर्यटक स्थल गुलमर्ग से छह किलोमीटर दूर बल के एक वाहन पर अचानक हमला कर दिया था.
सेना के अधिकारियों ने जानकारी दी कि आतंकवादियों ने शाम को बोटा पाथरी इलाके में सेना के वाहन पर उस समय गोलीबारी की जब वह अफरावत रेंज में नागिन चौकी की ओर जा रहा था. दो कुलियों की मौत की पुष्टि करते हुए उन्होंने बताया कि घायल सैनिकों में से दो की हालत गंभीर है. वाहन पर हमला होने के बाद सेना के जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की. उन्होंने बताया कि सेना ने पूरे इलाके को घेर लिया है और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि एक आतंकवादी समूह ने गर्मियों की शुरुआत में घुसपैठ की थी और अफरावत रेंज के ऊंचे इलाकों में घुसपैठ की थी. कुछ दिनों पहले ही बोटा पाथरी क्षेत्र हाल ही में पर्यटकों के लिए खोला गया है.
वहीं, इस आतंकी हमले पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि घाटी में हाल में हुए हमलों की संख्या गंभीर चिंता का विषय है. सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि उत्तरी कश्मीर के बोटा पथरी इलाके में सेना के वाहनों पर हुए हमले की खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसके परिणामस्वरूप कुछ लोग हताहत और घायल हुए हैं. कश्मीर में हाल ही में हुए हमलों की यह श्रृंखला गंभीर चिंता का विषय है. मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं और इस हमले में मारे गए लोगों के प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. मैं यह भी प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग पूरी तरह से और जल्दी ठीक हो जाएं.
पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती ने भी हमले की निंदा की है. इस बीच, भाजपा के जम्मू-कश्मीर अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने हमले की निंदा की और केंद्र शासित प्रदेश में शांति और सौहार्द को अस्थिर करने की कोशिश करने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है. इससे पहले रविवार को भी एक हमला हुआ था. बता दें, मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले के गगनगीर इलाके में जेड-मोड़ सुरंग निर्माण स्थल पर आतंकवादियों द्वारा अंधाधुंध गोलीबारी में छह गैर-स्थानीय मजदूरों और एक स्थानीय डॉक्टर की मौत हो गई थी.
इससे पहले 18 अक्टूबर को शोपियां जिले में बिहार के एक मजदूर की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. वहीं, गुरुवार को पुलवामा जिले के त्राल इलाके में आतंकवादियों ने उत्तर प्रदेश के एक मजदूर को गोली मारकर घायल कर दिया था.