कोडरमा। जिला मुख्यालय से सटे नगर पंचायत के वार्ड संख्या एक स्थित फुलवरिया से स्कूली बच्चों को लाने जा रहे वैन को रेंजर रामबाबू ने जप्त कर लिया। घटना बुधवार सुबह करीब 7 बजे की है, स्कूल वैन को जप्त करने की सूचना पाकर फुलवरिया के ग्रामीणों ने स्कूली बच्चों के साथ रेंजर कार्यालय पहुंचे और रेंजर से वैन छोड़ने की मांग करने लगे। जिसके बाद दोनों तरफ से विवाद हो गया और गुस्से में आकर ग्रामीणों ने कार्यालय में तोड़फोड़ कर दिया, घटना की जानकारी मिलते ही कोडरमा थाना प्रभारी द्वारिका राम दल बल के साथ घटनास्थल पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को शांत करवाया। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि कोडरमा जंगल से सटे फुलवरिया और डुमरियाटांड से दर्जनों बच्चे शिक्षा ग्रहण करने वर्षों से निजी स्कूल जा रहे थे।
घर से स्कूल की दूरी अधिक होने के कारण वे अपने बच्चों को वाहन से स्कूल भेजते है, बुधवार की सुबह नित्य दिन की भांति स्कूल वैन फुलवरिया आ रहा था, इसी दौरान रेंजर ने वाहन को जप्त कर लिया, जिससे बच्चों को पैदल ही इस गर्मी में घर वापस लौटना पड़ा। ग्रामीणों ने कहा कि फुलवरिया में आदिम जनजाति के लोग वर्षों से रहते चले आ रहे है, सरकार भी हमारे बच्चों को शिक्षा ग्रहण के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रोत्साहित करते आ रही है, ग्रामीणों ने कहा कि कोडरमा के वन्य प्राणी आश्रयणी के जिस रास्ते से हमलोग गुजरते हैं, उस रास्ते से प्रतिदिन दर्जनों वाहन गुजरते हैं, लेकिन विभाग उन पर कार्रवाई नही करता है, बल्कि स्कूली वैन को जप्त कर, बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का प्रयास किया जाता है। वहीं विरोध बढ़ता देख करीब चार घण्टे के बाद जप्त वाहन को छोड़ दिया गया।
नही लिया गया था अनुमति, खाली वाहन को किया गया जप्त
इस सम्बंध में रेंजर रामबाबू ने बताया की पहले स्कूल वैन के नाम पर टेम्पू का आवागमन होता था, हाल के दिनों से इक्को मारुति (4 पहिया) का उपयोग बच्चों को लाने और पहुंचाने के लिए किया जा रहा था, पूर्व में वाहन चालक को कहा गया कि पहले अनुमति ले लीजिए, बिना अनुमति के वाहन को प्रवेश होने नही देंगे, इसके बाद भी वाहन मालिक द्वारा अनुमति नही ली गयी, जिसके कारण बुधवार को जब उक्त वाहन बच्चों को लाने जा रहा था, तभी जप्त किया गया, उन्होंने बताया कि वन्य प्राणी प्रक्षेत्र में बिना अनुमति के वाहनों का आवागमन पर निषेध है। रेंजर ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया, कार्यालय की कुर्सियां और रेंज परिसर में खड़े वाहन का शीशा भी तोड़ा गया, मामले को लेकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
आदिम जनजातियों के बच्चों के साथ दुव्र्यवहार अमानवीय : अन्नपूर्णा
इधर घटना के बाद कोडरमा सांसद सह केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर घटना की निंदा करते हुए कहा कि आदिम जनजाति बिरहोर समुदाय के बच्चों को स्कूल वैन से उतार कर वाहन जप्त किये जाने की घटना से हतप्रभ हूं, यह अमानवीय कृत्य है और संकेत दे रहा है कि सत्ता शीर्ष के संरक्षण में बेलगाम हुए अधिकारी कैसे गुंडों जैसा व्यवहार कर रहे है, इससे पहले भी रेंजर के खिलाफ आम जनता के साथ बदसलूकी की कई घटनाएं सामने आ चुकी है, जिले के उपायुक्त, एसपी एवं डीएफओ से इस मामले पर बातचीत कर रेंजर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करुंगी।