पेरिस: पेरिस ओलंपिक से भारत के लिए बुरी खबर आई है. दरअसल, रेसलर विनेश फोगाट को ओवरवेट के चलते डिसक्वालिफाई कर दिया गया है. विनेश को फीमेल 50 किलो कैटेगरी में फाइनल खेलना था, लेकिन मैच से पहले लिए गए वजन में उनका वजन ज्यादा पाया गया. इसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित किया गया है. बताया जा रहा है कि करीब 100 ग्राम ज्यादा वजन निकला था.
ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि जब उन्होंने एक दिन पहले मैच खेला था, उस वक्त उनका वजन सही था. लेकिन, एक दिन बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. ऐसे में जानते हैं कि आखिर रेसलिंग में वजन को लेकर क्या नियम हैं, जिसके बाद आप समझ पाएंगे कि आखिर उन्हें अयोग्य क्यों घोषित किया गया है.
ओलंपिक में कुश्ती के खिलाड़ियों के वजन को लेकर जो नियम हैं, उनके अनुसार पहलवानों का मैच से पहले वजन होता है और अगर दो रेसलर दो दिन बाउट लड़ते हैं तो दो दिन उनका वजन किया जाता है. नियमों के अनुसार, जिस दिन बाउट होता है,उसी दिन हर पहलवान का वजन सुबह में होता है.
प्रत्येक भार वर्ग के लिए टूर्नामेंट दो-दिवसीय अवधि में लड़ा जाता है, इसलिए जो भी पहलवान फाइनल पहुंचते हैं, उनका दो दिन वजन होता है. पहले वेट-इन के दौरान पहलवानों के पास वेट बनाने के लिए 30 मिनट का समय होता है. 30 मिनट में कई बार वजन कर सकते हैं.