रांची। झारखंड में मानसून की सक्रियता से एक तरफ जहां लोग गर्मी से राहत महसूस कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आकाशीय बिजली से मौत का कहर भी बढ़ गया है। राज्य में 20 और 21 जून को वज्रपात से कुल 27 लोगों की मौत हो गई है। इसमें मंगलवार को 16 लोगों की जबकि बुधवार को 11 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग घायल भी हुए हैं।
21 जून : राज्य के अलग-अलग जिलों से वज्रपात से कुल 11 लोगों की मौत हुई है। इसमें लातेहार के बालूमाथ निवासी राजो देवी की मौत हो गयी है। चतरा के सिमरिया प्रखंड के डाडी गांव में ठनका से अमन कुमार (10 ) की मौत हो गयी। इटखोरी में भी वज्रपात से शहरजाम गांव निवासी सीताराम रवानी के पुत्र सन्नी कुमार की मौत हो गयी। सिमडेगा के ठेठईटांगर में वज्रपात से सामुएल लकड़ा (53) की मौत हो गयी। गढ़वा के मेराल थाना क्षेत्र स्थित श्यामा गांव निवासी दानी साहू (52) की भी मौत वज्रपात से हो गयी।
20 जून : राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हुई वज्रपात की घटना में 16 लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लोग घायल हुए हैं। मृतकों में सात बच्चे शामिल हैं। वज्रपात से रांची, हजारीबाग, लोहरदगा, रामगढ़, चतरा, बोकारो, गिरिडीह, पलामू, कोडरमा में मौत हुई है। सबसे बड़ी घटना हजारीबाग सिलवार पहाड़ पर हुई। यहां ठनका गिरने से दो की मौत हो गयी, जबकि 12 लोग घायल हुए हैं। रांची के मेसरा के सदिया गांव में ठनका गिरने से सिमरन (12) की मौत हो गयी।
रांची मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि आने वाले तीन दिनों के दौरान तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जायेगी। इस दौरान तीन डिग्री सेल्सियस तक तापमान में गिरावट दर्ज की जायेगी। 23 जून को राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश होने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के दक्षिणी हिस्सों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की चेतावनी भी जारी की गयी है। पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, सिमडेगा और सरायकेला- खरसावां जिले में तेज बारिश की संभावना है।
अभिषेक आनंद के मुताबिक राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान कई जगहों पर भारी से लेकर हल्के व मध्यम दर्जे तक की बारिश हुई है। सबसे अधिक बारिश रांची के टाटीसिलवे में 44.3 मिमी, रांची के अन्य हिस्सों में भी बारिश हुई। इसके अलावा रामगढ़ में 11.8, गुमला बिशनपुर में 30, हजारीबाग बरही 20, सिमडेगा 21, साहिबगंज में 20 मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि लोग बारिश के समय वज्रपात से बचें। लोगों को बारिश के समय खुले और गीले मैदानों, पेड़ों की ओट या खंभे के नीचे जाने से मना किया गया है। बारिश के दौरान वाहन, विशेष रूप से दोपहिया वाहन चलाने से मना किया जाता है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी गई है।