रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में पर्याप्त खनिज संपदा होने के बावजूद राज्य में विस्थापन की स्थिति है। झारखंड की खनिज संपदा से देश को सबसे ज्यादा रेवेन्यू मिलता है, फिर भी हमारा राज्य पिछड़े राज्यों की श्रेणी में गिना जाता है। हमारी सरकार खनिज संपदाओं के अतिरिक्त कई ऐसे क्षेत्रों पर बेहतर कार्ययोजना तैयार करते हुए रोजगार का साधन बढ़ाने का कार्य कर रही है। भविष्य में खनिज संपदाओं के अलावा भी अन्य रोजगार के क्षेत्र में राज्य की दिशा कैसी होनी चाहिए, इसका रोडमैप सरकार बना रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोमवार को एक टीवी चैनल की ओर से आयोजित झारखंड कॉन्क्लेव में बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में टूरिज्म की संभावनाएं असीम हैं और आने वाले समय में राज्य सरकार टूरिज्म के सभी क्षेत्रों का विस्तार करते हुए इसे रोजगार सृजन का मुख्य साधन बनाने पर कार्य कर रही है। राज्य में ‘ताज’ जैसे होटल बनाए जाएंगे। राज्य सरकार एक बेहतर विजन के साथ झारखंड को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। शिक्षा, टूरिज्म, कृषि एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ एवं सशक्त करने का कार्य निरंतर जारी है। आने वाले दिनों में यहां के लोगों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध करा सकें, इस निमित्त प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जा रहा है। वर्तमान सरकार के गठन के बाद से ही विकास की संभावनाओं की जड़ों को मजबूत कर रहे हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में किया बड़ा बदलाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के शिक्षा व्यवस्था में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। राज्य के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराए जा सके, इस निमित्त उत्कृष्ट विद्यालयों का संचालन राज्य सरकार कर रही है। उत्कृष्ट विद्यालयों में नामांकन के लिए बड़ी संख्या में बच्चों ने रुचि दिखाई है। महंगाई के इस दौर में झारखंड के बच्चों को निजी विद्यालयों के तर्ज पर क्वालिटी एजुकेशन उपलब्ध हो सके, इसके लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब बच्चों के छात्रावासों का रिनोवेशन राज्य सरकार कर रही है। एक बेहतर बदलाव के साथ छात्रावासों में व्यवस्थाओं को जोड़ा जा रहा है। अब राज्य सरकार द्वारा रसोईया के साथ-साथ मोटे अनाजों की आपूर्ति भी छात्रावासों में की जाएगी, ताकि बच्चों को घरों से मोटे अनाज लाने की जरूरत न पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को अब सिर्फ बच्चों की पढ़ाई का कार्य करा रही है। पढ़ाई के अलावा शिक्षकों को किसी अन्य कार्य में नहीं लगाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में सरकारी नियुक्तियों में काफी तेजी आई है। आने वाले कुछ दिनों में राज्य में 40 से 50 हजार सरकारी रिक्तियों पर बहाली होगी। राज्य में सरकारी नियुक्तियों के अलावा भी अन्य रोजगार सृजन पर राज्य सरकार काम कर रही है। हेमंत ने कहा कि राज्य में किसान एवं कृषि व्यवस्था को मजबूत करने के संकल्प के साथ हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। अब हर खेत में पानी पहुंचाने के उद्देश्य से नई तकनीक के साथ सिंचाई योजनाएं चलाई जा रही हैं। अब राज्य के किसानों को भगवान भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है। आने वाले समय में वनोपज पर भी एमएसपी लागू करेंगे। राज्य में वनोपज की काफी संभावनाएं हैं। कृषक वर्ग एवं सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग वनोपज का लाभ ले सकें, इस निमित्त फेडरेशन बनाया गया है।
सर्वजन पेंशन योजना लागू की
कॉनक्लेव के दौरान सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने झारखंड में सर्वजन पेंशन योजना लागू की है। बूढ़े, बुजुर्ग, विधवा, दिव्यांग सभी को एक निश्चित तिथि पर पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। हमारी सरकार ने यहां के सरकारी कर्मियों को भी ओल्ड पेंशन देने का काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पारा शिक्षक, आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका सहित अन्य सरकारी कर्मी हमेशा धरना-प्रदर्शन करते थे, परंतु हमारी सरकार ने इन सभी समस्याओं का निदान करते हुए इनकी मांगों पर यथोचित निर्णय लिये।