मुजफ्फरपुर। परिवार में हुए विवाद के बाद गुस्से में कहलगांव की एक नाबालिग बच्ची घर छोड़कर भाग गई। लेकिन वो जिस्म के दलालों के चंगुल में फंस गई। स्टेशन पर उसे अच्छी नौकरी का झांसा देकर एक धंधेबाज ने पूर्णिया के एक ऑर्केस्ट्रा संचालक को 30 हजार रुपये में बेच दिया। इसके बाद पूर्णिया के ऑर्केस्ट्रा संचालक ने मोतिहारी के दूसरे ऑर्केस्ट्रा संचालक के हाथों उसे बेच दिया। 15 दिन पहले मोतिहारी के ऑर्केस्ट्रा संचालक महेश प्रसाद ने उसे मुजफ्फरपुर के गन्नीपुर में एक महिला को बेच दिया। यहां उसे बंधक बनाकर रखा गया था। लेकिन लड़की ने हिम्मत जुटाई और किसी तरह से एक फोन ढूंढ 112 नंबर पर कॉल कर दिया।पुलिस को देख धंधेबाज महिला मौके से फरार हो गई। वहीं किशोरी को काजी मोहम्मदपुर पुलिस अपने साथ मुक्त करा कर थाने ले आई।
एक ही बच्ची को तीन बार बेचा
पीड़ित लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके पिता एनटीपीसी में काम करते हैं। उसने साइंस से इंटर पास की है। उसके बाद काजी मोहम्मदपुर थाने की पुलिस ने कहलगांव थाने से संपर्क किया। तब पता चला कि किशोरी के अपहरण की एफआईआर 3 दिसंबर 2022 को कहलगांव थाने में उसके पिता ने दर्ज कराई थी। आरोप है कि एफआईआर के बाद अगर कहलगांव पुलिस ने कार्रवाई की होती तो नाबालिग बच्ची बिकने से बच जाती। काजी मोहम्मदपुर थानेदार दिगंबर कुमार ने बताया कि कहलगांव थाने की पुलिस को सूचना दे दी गई है। किशोरी को उसे सौंप दिया जाएगा। कहलगांव पुलिस किशोरी का 164 का बयान दर्ज कराएगी। उसमें दिए गए बयान के आधार पर अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।