भागलपुर। बिहार के भागलपुर में ऐसा ही मामला सामने आया, जहां एक दारोगा ने अपनी प्रेमिका संग थाने में शादी रचाई। इस दौरान न बैंड बाजा दिखा और न ही बाराती थे। बस पुलिसवालों की मौजूदगी में दारोगा की ये शादी संपन्न हुई। इस शादी की खास बात ये रही बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को साक्षी मानकर दूल्हा-दुल्हन का विवाह संपन्न हुआ। शादी का पूरा समारोह भागलपुर के एससी-एसटी थाने में रखा गया। इस शादी में दूल्हा बने मनोज कुमार उर्फ गौरव कुमार मुजफ्फरपुर में सब इंस्पेक्टर पद पर कार्यरत हैं। उनका घर भागलपुर के एकचारी टपुआ थाना इलाके में हैं। यहीं उनके रुदल पासवान रहते हैं। बताया जा रहा कि भागलपुर के रहने वाले मनोज कुमार उर्फ गौरव कुमार को गांव की ही वंदना कुमारी से प्यार हो गया। उनके बीच लव अफेयर चल ही रहा था
मुजफ्फरपुर में सब-इंस्पेक्टर हैं मनोज कुमार
ऐसा कहा जा रहा कि मनोज कुमार के सब इंस्पेक्टर बनने के बाद परिजन वंदना संग उनकी शादी के सपोर्ट में नहीं थे। कहते हैं ना प्यार सच्चा होता है तो बड़ी से बड़ी बाधाएं पार हो जाती हैं। दारोगा मनोज कुमार और वंदना में प्यार का बंधन इसकदर मजबूत था कि उन्होंने शादी का फैसला कर लिया। यही नहीं शादी भी पुलिसकर्मियों के बीच थाने में हुई। इस दौरान न कोई धूम-धड़ाका किया गया और न ही दहेज की कोई डिमांड की गई। मनोज कुमार उर्फ गौरव वर्तमान में मुजफ्फरपुर में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपने ही गांव की रहने वाली जमुनी मंडल की 20 वर्षीय पुत्री वंदना कुमारी से डॉ भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को साक्षी मानकर शादी कर ली। इसी के साथ दोनों जन्म-जन्मांतर के लिए एक हो गए। एक तरफ जहां महिला थाने की पुलिसकर्मियों ने प्रेमिका को दुल्हन बनाया।
दोनों ने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को साक्षी मानकर उनसे आशीर्वाद लिया। फिर दारोगा मनोज कुमार ने अपनी प्रेमिका की मांग में सिंदूर भरा। फिर महिला थाना पुलिस और एससी-एसटी थाना पुलिस के जितने भी जवान और अधिकारी थे, सभी ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया। शगुन के तौर पर दुल्हन को पैसे भी दिए गए। चारों तरफ खुशी का माहौल था। एक तरफ मिठाइयां बांटी गईं वहीं पर मौजूद लोग एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर इस शादी का जश्न मनाया।