बेगूसराय। कभी स्वर्णभूमि और अंगुत्तराप के नाम से चर्चित रहे राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जन्मभूमि और बिहार केसरी डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की कर्मभूमि बेगूसराय अब रुपहले पर्दे पर दिखेगा।डॉक्यूमेंट्री फिल्म के माध्यम से बेगूसराय के कला, संस्कृति, खान-पान, रहन-सहन, इतिहास, भूगोल और नागरिक शास्त्र ही नहीं, अर्थशास्त्र की जानकारी भी सामने आएगा। इसके लिए ‘बेगूसराय एक सुखद यात्रा’ का शुभ मुहूर्त संपन्न हो गया। फिल्म का निर्देशन एन. मंडल एवं सूरज कुमार करेंगे। निर्माता डॉ. रमण झा की उपस्थिति में डॉक्यूमेंट्री फिल्म बेगूसराय एक सुखद यात्रा का शुभ मुहूर्त विश्वमाया चैरिटेबल ट्रस्ट कार्यालय राजापुर में युवा फिल्म निर्देशक एन. मंडल, डॉ. भगवान प्रसाद सिन्हा, विजय कुमार, इतिहासकार नीरज कुमार, कल्याण सिंह, सूरज कुमार, आनंद रंजन एवं बीडीओ सुदामा प्रसाद सिंह ने फिल्म का मुहर्त क्लेप दिखाकर किया। फिल्म ‘राजनीति’ का एडिटिंग कर चुके रिकॉउंड होल्डर बॉलीवुड के युवा एडिटर और डायरेक्टर एन. मंडल ने बताया कि बनने वाली फिल्म बेगूसराय एक सुखद यात्रा बेगूसराय के वास्तविकता को उजागर करेगी। ना केवल मिथिला का पावन गंगा तट सिमरिया दिखेगा, बल्कि राष्ट्रकवि रामधारी सिंह की जन्मभूमि दिखेगी। शिक्षा का साम्राज्य दिखेगा तो बूढ़ी गंडक और विलुप्त हो चुके चंद्रभागा की कहानी भी दिखेगी।
एशिया फेमस रामसर साइट काबर झील और शक्तिपीठ जयमंगला गढ़, पालवंशी नौलागढ़, उजान बाबा स्थान और लाल पत्थर से निर्मित बिहार का एकलौता ठाकुरबाड़ी सलौना भी दिखेगा। बहुरा मामा के तंत्र विद्या की कहानी दिखेगी। बिहार केसरी श्रीबाबू द्वारा किए गए नमक आंदोलन का सत्याग्रह स्थल दिखेगा तो शेष 17 प्रखंडों के भी बेहतरीन चीजों को सामने लाया जाएगा।
निर्माता डॉ. रमण झा ने बताया कि इसके माध्यम से मिसिंग हिस्ट्री ऑफ बेगूसराय को सामने लाया जाएगा। बेगूसराय की जो अलग पहचान और सकारात्मक चीजें हैं, उसे उजागर किया जाएगा। कुछ चीजें राष्ट्रीय स्तर की है, लेकिन लोगों को पता भी नहीं है। बेगूसराय के कला, संस्कृति और हेरिटेज काफी महत्वपूर्ण हैं। लेकिन नई पीढ़ी को इन चीजों की जानकारी नहीं है। फिल्म के माध्यम से जब उन चीजों को लाया जाएगा तो यह डॉक्यूमेंट भविष्य का इतिहास बन जाएगा।