राजकोट/अहमदाबाद। राजकोट में बड़े सर्च ऑपरेशन में 1300 करोड़ रुपए के अवैध लेनदेन का खुलासा हुआ है। पिछले 6 दिनों से राजकोट के ज्वैलर्स के यहां आईटी विभाग सर्वे कर रहा था। इस संबंध में तैयार रिपोर्ट आईटी विभाग ने अहमदाबाद में उच्चाधिकारियों को सौंप दिया है। रिपोर्ट में बड़े पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ी होने का जिक्र किया गया है। सर्वे के दौरान 12 करोड़ रुपए के ज्वैलरी और नगदी जमा किए गए हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में सम्पत्तियों की फाइल भी जब्त की गई है।
आईटी विभाग ने राजकोट के ज्वैलर्स के यहां पिछले 5 वर्ष का सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन किया। इस दौरान यह भी पता चला कि सरकार ने जब से 2 हजार रुपए के नोट वापस लेने की घोषणा की है, उसके बाद से नियमों का उल्लंघन कर बड़े पैमाने पर नकदी का लेनदेन किया गया। स्टॉक वैल्यूर के वैल्यूएशन करने के बाद विस्तृत विवरण सामने आएगा। इसके बाद लॉकर और अन्य दस्तावेजों का खुलासा होगा।
राजकोट में ज्वैलर्स ग्रुप पर आयकर के सर्वे के बाद से बड़ी वित्तीय गड़बड़ी की आशंका जताई गई है। आईटी विभाग ने पैलेस रोड स्थित राधिका ज्वैलर्स, कालावड रोड शोरूम, अशोक झींझुवाडिया और हरेश झींझुवाडिया के निवास स्थानों पर जांच की। इसके अलावा कोठारिया नाका पर शिल्पा ज्वैलर्स, 150 फीट रिंग रोड, अक्षर मार्ग के शोरूम और फर्म मालिकों प्रभुदास पारेख, भास्कर, हरेन के निवास स्थानों और कोलकाता की यूनिट में जांच की। इसके अलावा जेपी ज्वैलर्स के राजकोट और अहमदाबाद यूनिट में जांच की गई। जूनागढ़ के सीवीएम ज्वैलर्स के यहां भी जांच की गई। ज्वैलर्स के साथ जुड़े विमल पादरिया, केतन पटेल और मिलन मेहता नामक बिल्डर के घर और कार्यालय की जांच की गई।