पंकज सिंह ब्यूरो चीफ चतरा
चतरा। इटखोरी थाना क्षेत्र के परसौनी में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट के बाद शुक्रवार को इटखोरी थाना परिसर में शांति समिति की बैठक की गई। बैठक में एसपी राकेश रंजन के अलावा एसडीओ मुमताज अंसारी, एसडीपीओ अविनाश कुमार, डीएसपी केदार राम, डीटीओ संतोष कुमार सिंह, बीडीओ अन्वेषा ओना, सीओ राम विनय शर्मा, थाना प्रभारी बिनोद कुमार यादव समेत इटखोरी प्रखंड क्षेत्र के दोनों समुदाय की ओर से कई प्रबुद्ध लोग मौजूद थे। बैठक में मौजूद लोगों ने सबसे पहले परसौनी में हुई घटना की जमकर निंदा की। कहा गया कि समाज में अशांति फैलाने वाले शरारती तत्वों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं कहा गया कि पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार अशांति फैलाने वालों लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। वैसे लोगों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा थाना क्षेत्र में आगे भी आपसी भाईचारा बनाए रखने की बात कही गई। साथ ही क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाएं रखने के लिए प्रशासन को सहयोग करने की अपील की गई। वहीं कहा गया कि यदि क्षेत्र में कोई किसी तरह की अफवाह फैलाते है। उसकी प्रशासन को सूचना दे। मामले को संज्ञान में लेकर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
गांव में तनाव दूर करने को लेकर पुलिस-प्रशासनिक पदाधिकारियों ने की बैठक:
परसौनी गांव में दो समुदाय के बीच व्याप्त तनाव को लेकर पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारियों और दोनों पक्ष के लोगों की बैठक परसौनी गांव में आयोजित हुई। बैठक में आपसी सहमति बनी कि गांव के लोग प्रेम और भाईचारे के साथ रहेंगे। मारपीट जैसी घटना फिर कभी नहीं घटे इस पर सहमति जताई। बैठक में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए एसडीओ मुमताज अंसारी ने कहा कि प्रेम व भाईचारे के साथ जीयें। अगर , कोई भी व्यक्ति अपराध करेगा उसके ऊपर पुलिस कार्रवाई करेगा। अपराध करें ही नहीं, तो पुलिस क्यों आएगी। पुलिस के काम में कोई भी व्यक्ति बाधा न डालें। अपराध से दूर रहें और अच्छा समाज का निर्माण करें। निश्चित तौर पर पुलिस आपकी सहयोग करेगी । नियम कानून से चलें । अच्छा काम के लिए प्रशासन आपका सहयोग करेगा।
संवेदनशील स्थानों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती:
साम्रदायिक विवाद को देखते हुए अप्रिय घटना से निपटने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन चतरा पूरी तरह तैयार है। इटखोरी सहित जिले के प्रमुख संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल और मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है। घटना स्थल और इसके आसपास के क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। वहां आने-जाने वाले हर लोगों पर पुलिस अपनी पैनी नजर रख रही है। हालांकि स्थिति पूरी तरह से पुलिस के नियंत्रण में है।
दोषियों को चिन्हित कर अविलंब गिरफ्तार करें:
उपायुक्त अबु इमरान व पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने इटखोरी में साम्प्रदायिक घटना के आलोक में वहां विधि व्यवस्था सुदृढ़ करने हेतु शान्ति समिति के साथ बीते देर रात ऑनलाइन बैठक किया। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी चतरा मुमताज अंसारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अविनाश कुमार से क्षेत्र की शांति व्यवस्था की जानकारी लेते हुए उन्होंने साम्प्रदायिक घटना को रोकने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने उक्त घटना को लेकर जिले के सभी सभी प्रखण्ड को हाई अलर्ट में रहने का निर्देश दिया तथा कहा कि इस तरह की घटना को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं। उन्होंने दोषियों को चिन्हित कर उनको अविलंब ग्रिफ्तार करने का निर्देश दिया तथा कहा कि नामजद और प्राथमिक अभियुक्त अभिलंब सरेंडर करें अन्यथा उनके खिलाफ कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जाएगी।
कंट्रोल रूम का गठन:
दो गुटों के मध्य तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह सजग और मुस्तैद है। इस निमित जिले में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है जहां प्रशासनिक पदाधिकारी ड्यूटी कर रहे हैं और क्षेत्र में होनेवाली गतिविधियों की जानकारी ले रहे हैं। आमजन से अपील है की वे तनिक भी विचलित न हों,प्रशासन उनको मदद के लिए हमेसा से तत्पर है। किसी भी तरह की घटना की सूचना वे जिला प्रशासन के नियंत्रण कक्ष नंबर 06541253219 पर दे सकते हैं।
सूचना देने वालों का नाम एवं पता गुप्त रखा जाएगा। वे एक सजग नागरिक की भूमिका निभाएं।
क्या था मामला:
मालूम हो कि बीते मंगलवार को थाना क्षेत्र के परसौनी गांव में कब्रिस्तान के बगल में फुटबाल मैदान में गांव के युवक फुटबाल खेल रहे थे। इसी दौरान दोनों समुदाय के युवकों के बीच झड़प हो गई थी। जिससे दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच मारपीट की भी घटना हुई थी। जिसमें कुछ लोग घायल भी हुए थे। आपसी झड़प के बाद गांव में पत्थरबाजी की भी घटना हुई थी। सूचना मिलने के पश्चात पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय केदारनाथ राम, थाना प्रभारी निरंजन कुमार मिश्रा पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंची और दोनों पक्ष के लोगों को घटनास्थल से खदेड़।