पश्चिम चंपारण। वाल्मीकि नगर स्थित जंगल कैंप परिसर में बुधवार को विधिवत जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।इस एक दिवसीय शिविर को बगहा व्यवहार न्यायालय के पैनल अधिवक्ता रामअवध सिंह ने संबोधित किया।
इस क्रम में उन्होंने कहा कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने का थीम रखा गया है। इसी परिप्रेक्ष्य में विश्व पर्यटन दिवस पर विधिक सेवा प्राधिकार समिति पटना के तत्वाधान में पर्यटन को लेकर शिविर आयोजित की गई है।
अधिवक्ता राम अवध सिंह ने आगे कहा कि कोविड-19 के चलते पर्यटन उद्योग पर बुरा प्रभाव पड़ा है। अब पर्यटन को प्रोत्साहित करने में हमें मदद मिल रही है। इस वर्ष इंडोनेशिया के बाली में आयोजित होने वाली विश्व पर्यटन दिवस का थीम है- पर्यटन पर पुनर्विचार। लीगल सर्विस स्किम एडीआर मैकेनिज्म और नेशनल लोक अदालत के विषय पर जिला जज पश्चिमी चंपारण बेतिया एवं अवर न्यायाधीश प्रथम बगहा की पहल पर योग शिविर लगाया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि यूएनओ ने 1970 में पर्यटन से संबंधित कानून पहली बार बना।विधिक सेवा के बारे में जानकारी देते हुए अधिवक्ता राम अवध सिंह ने कहा कि लोक अदालत के तहत सुलह कराये जाने वाले वादों का ऑन द स्पॉट निपटारा कराया जाता है। इसके फैसले को किसी भी न्यायालय में चुनौती नहीं दी जा सकती है।इस शिविर में पीएलवी अमजद मियां ने भी अपने उद्गार प्रकट किए। आयुर्वेदिक कंपनी एडब्लूपीएल परिवार के लोगों ने भी अपने-अपने विचार रखे।
इस अवसर पर अधिवक्ता राम अवध सिंह, अमजद मिया, अरुण मिश्रा,भोलू श्रीवास्तव, डॉ दिलीप कुमार,ज्योति शंकर सिन्हा, चंदन श्रीवास्तव, अर्चिता कुमारी वंरक्षी, मुकेश कुमार आदि लोग उपस्थित थे।