रांची: माहे रमजान के आखिरी रोजे के साथ ही बुधवार शाम चांद का दीदार होते ही जिले के अल्पसंख्यक बहुल आबादी में ईद की खुशियां झलक पड़ी। इमार ए शरिया झारखंड व एदार ए शरिया झारखंड ने चांद की औपचारिक रूप से घोषणा कर दी है। मस्जिदों से भी चांद का दीदार होने का ऐलान होते ही युवाओं और बच्चों ने जमकर आतिशबाजी शुरू कर दी। लोग खुशी में झूम उठे और गले लगकर एक-दूसरे को ईद की बधाइयां देनी शुरू कर दी। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में जश्न का माहौल दिखा। जिले में ईद गुरुवार को मनाया जायगा। महापर्व की पूर्व संध्या पर बाजारों में खरीददारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। कपड़ों आदि की खरीददारी लोगों ने पहले से ही कर ली है।
सेवईं और मेवा आदि की दूकानों पर लोगों की भीड़ लग गई। गिफ्ट देने व मेहमानों के स्वागत के लिए खजूर, किशमिश, काजू, बादाम, अखरोट की खरीददारी जमकर हुई। पर्व की पूर्व संध्या पर ईदगाह सहित विभिन्न मस्जिदें रोशनी से जगमगाने लगी। घरों से लेकर ईदगाहों तक में ईद के नमाज की तैयारी पूरी कर ली गई है। इबादतगाहों और मस्जिदों में होने वाली ईद की नमाज के लिए समय भी तय कर लिया गया है। इसके पहले रोजेदारों को सुबह से ही बेसब्री से ईद के चांद का इंतजार रहा। शाम होते ही लोगों की निगाहें आसमान की ओर ही थीं। बुजुर्ग, नौजवान, बच्चे और महिलाएं सभी घरों की छतों पर ईद का चांद देखने के लिए डट गए।
रमजान के मुकद्दस महीने की 30 तारीख को देखते हुए बुधवार को मगरिब की नमाज के बाद दरगाह में एदारा ए शरिया की बैठक मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी की अध्यक्षता में हुई, तो इमार ए शरिया झारखंड की बैठक इमार ए शरिया कार्यालय में मुफ्ती मो. अनवर कासमी की अध्यक्षता में हुई. वहीं खानकाह मजहरिया मुनामिया फिरदौस नगर डोरंडा में अल्लामा मौलाना सैयद शाह अलकमा शिबली कादरी की अध्यक्षता में हुई. सभी ने चांद होने की खबर की पुष्टि की और ईद के चांद की घोषणा कर दी.