घाघरा। घाघरा थाना के पलमा गांव निवासी रवि गोप हत्याकांड का पुलिस ने उदभेदन कर लिया है। हत्याकांड में शामिल मृतक की प्रेमिका शांति कुमारी को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया। प्रेमी के विवाह से नाखुश प्रेमिका ने घटना को अंजाम दिया था। शनिवार को घाघरा थाना में प्रेस कान्फ्रेंस कर मामले का खुलासा करते हुए एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल व थानेदार अमित कुमार चौधरी ने बताया कि मृतक रवि का प्रेम प्रसंग उसके घर के बगल की लड़की शांति कुमारी से लगभग 7-8 वर्षों से चल रहा था। इसी दौरान रवि की शादी उसके घर वालों ने कहीं और तय कर दी थी।
इस बात से शांति काफी नाराज चल रही थी और तिलक से एक दिन पूर्व 26 अप्रैल की रात को शांति ने मृतक रवि को मिलने के लिए गांव से लगभग सौ मीटर की दूरी पर अपने पुआल बाड़ी में बुलायी। जहां पर मृतक रवि और शांति के बीच में शादी करने को लेकर काफी बक-झक हुई थी। शांति इस बात से नाराज थी कि पिछले 7-8 वर्षों से मृतक रवि कुमार उसे शादी का आश्वासन दे रहा था और दवा खिलाकर करीब तीन बार उसका गर्भपात कराया गया था और समय आने पर वह किसे दूसरे से शादी कर रहा था। दोनों व्यक्ति पुआल बाड़ी के बाउंड्री पर बैठ कर बात कर रहे थे।
इसी बीच बहस से तंग आकर मृतक रवि शांति का दुपट्टा लिया और उसी जगह पर बकाइन का पेड़ था। जहां दुपट्टा को बांधा और अपने गले में फंसा कर कहने लगा तुमसे शादी के लिए मेरे घर वाले नही मानंगे और तुम मुझसे शादी किये बिना मानोगी नहीं। इस से अच्छा है कि मैं ही मर जाता हूं। शांति पहले से काफी गुस्से में थी और इसी गुस्से में उसने रवि को अचानक बाउंड्री से धक्का दे दिया। जिससे दुपट्टा उसके गले में फंस गया और उसका दम घुटने लगा। कुछ देर के बाद दम घुटने से उसकी मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद शांति मृतक रवि के गले में फंसे दुपट्टे को निकाल कर जला दी।
पूरे घटना में पूरी संलिप्तता देखते हुए शांति को जेल भेज दिया गया। शांति के घर से दुपट्टे का जला अवशेष, ब्लेड का टुकड़ा जिससे दुपट्टा काटा गया था व मृतक रवि व आरोपी शांति का मोबाइल जब्त किया गया