लोहरदगा: मादक पदार्थों पर रोक के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को नगर भवन में किया गया।
मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि आज समाज में प्रत्येक वर्ग के बच्चे नशा से ग्रसित हैं। समाज कल्याण कार्यालय द्वारा यह कार्यशाला रखी गई है जिसमें आंगनवाड़ी केंद्र की कर्मीगण भी हैं जिनकी पहुंच के प्रत्येक वर्ग तक है। अक्सर पंचायत व प्रखण्ड स्तर में नशा के विरूद्ध अभियान चलाये जाने की बात होती है। इसमें आंगनवाड़ी सेविकाओं की भूमिका बढ़ जाती है। आप अपने-अपने आंगनवाड़ी क्षेत्र में जाएं और नशा से ग्रसित किशोरों व युवाओं को जागरूक करें और नशा छुड़वाएं। जरूरत पड़े तो जनप्रतिनिधियों को भी साथ लें। उन्हें पढ़ने-लिखने व खेलकूद में रूचि लेने के लिए प्रेरित करें। आपके सहयोग से गांव नशा मुक्त बनेगा। साथ ही जिला के साथ-साथ राज्य और पूरा राष्ट्र नशामुक्त बनेगा।
नशा करनेवालों की काउंसलिंग जरूरी : दिलीप प्रताप सिंह शेखावत
उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कहा कि आज बच्चें व किशोर आसानी से नशे की गिरफ्त में आ जा रहे हैं। इसका मुख्य कारण सोशल मीडिया के जरिये मांदक पदार्थों तक आसानी से पहुंच होना है। लोग असानी से मादक पदार्थों के विक्रेताओं तक पहुंच जा रहे हैं। आज नशा का तरीका भी बहुत एडवांस हो चुका है। ऐसे में बच्चों व किशोरों समेत जो भी नशा करते हैं उनका काउंसलिंग जरूरी है। आंगनवाड़ी केंद्र में आनेवाले बच्चों को खेलकूद व पढ़ाई के जरिये व्यवस्त रखें, जो भी नशा की गिरफ्त में हैं उन्हें नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करें। नशा करने से किसी प्रकार का तनाव दूर नहीं होता है, यथ भ्रम है। तनाव व समस्याएं दूर करने के लिए मेहनत करनी पड़ती है।