नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम मोदी के राज्यसभा में संबोधन की शुरुआत हो गई है. राज्यसभा में पीएम मोदी के संबोधन से पहले हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे को लेकर 2 मिनट तक मौन रखा गया और सभापति जगदीप धनखड़ ने हादसे पर अपना दु:ख व्यक्त किया. इससे पहले मंगलवार को लोकसभा में पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और उन्होंने सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को जमकर अपने निशाने पर लिया और इसी बीच हाथरस दुर्घटना की जानकारी मिलने पर पीएम मोदी ने लोकसभा में हादसे का जिक्र किया और अपना दु:ख व्यक्त किया था।
पीएम मोदी ने कहा,पिछले जो-ढाई दिन में करीब 70 सांसद इस चर्चा में शामिल हुए. पीएम मोदी ने कहा….राष्ट्रपति के अभिभाषण को व्याख्यायित करने में आप सभी सांसदों ने जो योगदान दिया है उसके लिए मैं सभी सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं।पीएम मोदी ने कहा….भारत की आजादी की इतिहास में हमारे संसदीय लोकतांत्रिक यात्रा में कई दशकों के बाद देश की जनता ने एक सरकार को लगातार तीसरी बार सेवा करने का मौका दिया…..60 साल बाद ऐसा हुआ है कि सरकार 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद वापस लौटी है. ये कोई सामान्य बात नहीं है….कुछ लोगों ने जानबूझकर जनता द्वारा दिए गए इस फैसले को धूमिल करने की कोशिश की।
सदन में किया चुनाव नतीजों का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा मैं कांग्रेस के कुछ साथियों का हृदय से धन्यवाद करना चाहता हूं…नतीजे आए तब से हमारे एक साथी की ओर से बार-बार ढोल पीटा गया था कि एक तिहाई सरकार…इससे बड़ा सत्य क्या हो सकता है कि हमारे 10 साल हुए हैं 20 और बाकी हैं….एक तिहाई हुआ है, दो तिहाई और बाकी है और इसलिए उनकी इस भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी शक्कर। पीएम मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में आए नतीजों का जिक्र करते हुए कहा, इन चुनावों में हमें देश की जनता की बुद्धिमत्ता पर गर्व होता है उन्होंने प्रोपेगंडा को परास्त कर दिया है….देश की जनता ने प्रदर्शन को प्राथमिकता दी और धोखे की राजनीति को खारिज कर दिया और विश्वास की राजनीति पर जीत की मुहर लगा दी।
विपक्ष ने हंगामा कर किया वॉकआउट
आपको बता दें कि राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की शुरुआत होते ही विपक्ष ने हंगामा करने के बाद सदन से वॉकआउट कर दिया इसके बाद राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भी विपक्ष की आलोचना की. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, संविधान को 75 साल हो गए हैं और सदन को भी 75 साल हुए हैं…मेरे जैसे कई लोग ऐसे हैं जिनके परिवार के लोग गांव के सरपंच भी नहीं रहे लेकिन आज महत्वूपर्ण पदों पर पहुंचकर देश की सेवा कर रहे हैं उसकी वजह बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान है….मेरे जैसे अनेक लोगों को उनकी वजह से यहां तक आने का मौका मिला है।
झूठ फैलाने वालों में सच सुनने की ताकत नहीं- PM मोदी
वॉकआउट करते समय प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश देख रहा है कि झूठ फैलाने वालों में सच सुनने की ताकत नहीं है। जिनमें सच का सामना करने की हिम्मत नहीं है, उनमें इन चर्चाओं में उठाए गए सवालों के जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है। वे उच्च सदन का, उच्च सदन की गौरवशाली परंपरा का अपमान कर रहे हैं। देश की जनता ने हर प्रकार से उनको इतना पराजित कर दिया है कि अब उनके पास गली-मोहल्ले में चीखने के सिवाय कुछ बचा नहीं है। नारेबाजी, हो-हल्ला और मैदान छोड़कर भाग जाना… यही उनके नसीब में लिखा हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष 140 करोड़ लोगों के जनादेश को ‘पचा’ नहीं पा रहा है। कल उनकी सारी रणनीति और हरकतें नाकाम हो गईं। इसलिए आज उनमें लड़ने का साहस नहीं है। इसलिए वो मैदान छोड़ कर भाग गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं तो कर्तव्य से बंधा हुआ हूं, मैं यहां डिबेट पर स्कोर करने नहीं आया हूं। मैं तो देश का सेवक हूं, देशवासियों को मेरा हिसाब देने आया हूं। देश की जनता को मेरे पल-पल का हिसाब देना, मैं अपना कर्तव्य मानता हूं।
: पूर्वोत्तर में शांति के लिए निरंतर प्रयास किए गए- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मणिपुर की स्थिति सामान्य करने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है. मणिपुर में 11 हजार एफआईआर की गई है. 500 से ज्यादा लोग अरेस्ट हुए हैं. इस बात को हमें स्वीकार करना होगा कि मणिपुर में लगातार हिंसा की घटनाएं कम हुई हैं. इसका मतलब है कि शांति पर भरोसा रखना संभव हो रहा है. आज मणिपुर के अधिकांश हिस्सों में स्कूल, कॉलेज और दफ्तर खुल रहे हैं. जैसे देश के अन्य हिस्सों में परीक्षाएं हुई हैं, वैसे ही वहां पर भी हुई हैं.
संविधान की रक्षा के लिए देशवासियों ने हमें चुना- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर ये चुनाव संविधान को बचाने का था तो फिर लोगों ने 1977 में हमें चुनकर संविधान बचाया था. भारत के लोगों की रगों में किस तरह से लोकतंत्र जीवित है, वो 1977 के चुनाव ने दिखा दिया था. देश के लोगों ने उस समय सत्ता में बैठे लोगों को उखाड़कर फेंक दिया था. इस बार अगर संविधान की रक्षा का चुनाव था और देशवासियों ने इसके लिए हमें योग्य पाया है.
कांग्रेस की एससी-एसटी-ओबीसी विरोधी मानसिकता- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में स्पीकर चुनाव के मसले में भी दलित को आगे किया गया. पराजय तो थी, लेकिन बलि चढ़ाने के लिए एक दलित को आगे किया. उनको मालूम था कि वो पराजित होने वाले हैं, लेकिन उन्हीं को आगे किया. 2022 में उपराष्ट्रपति-राष्ट्रपति के चुनाव थे. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए सुशील कुमार शिंदे को आगे किया और उनको भी हरवा दिया. 2017 में भी हार तय थी तो उन्होंने मीरा कुमार को आगे कर दिया. कांग्रेस की एससी-एसटी-ओबीसी विरोधी मानसिकता है. इसकी वजह से उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी का अपमान किया. इसी मानसिकता के चलते उन्होंने देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का भी विरोध और अपमान किया.
बंगाल में महिला की पिटाई का पीएम ने किया जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचारों में विपक्ष का सेलेक्टिक रवैया बहुत चिंताजनक है. मैं देश को बताना चाहता हूं कि बंगाल से आए वीडियो को देखा, जिसमें एक महिला को सड़क पर पीटा जा रहा है. वो महिला चीख रही है, लेकिन कोई मदद नहीं कर रहा है. ऐसा ही संदेशखाली में भी हुआ. इसके लिए यहां बैठे बड़े-बड़े दिग्गजों के मन की पीड़ा उनके शब्दों में भी नहीं झलक रही है. इससे बड़ी शर्मिंदगी की बात की क्या हो सकती है. जो खुद को महिलाओं का प्रगतिशील नेता मानते हैं, वो भी मुंह पर ताला लगाकर बैठ गए हैं, क्योंकि उनके संबंध किसी राजनीतिक दल हैं. इससे हमारी माता-बहनों को बहुत ज्यादा पीड़ा होती है.
दरअसल, पीएम मोदी बंगाल में हुई घटना का जिक्र कर रहे थे, जिसमें टीएमसी एक स्थानीय नेता ने एक कपल को डंडों से पीटा था. आरोपी की पहचान हो गई है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व में तीसरे स्थान पर पहुंचाकर रहेंगे
भारतीय अर्थव्यवस्था को बुलंदियों पर लेकर जाने के वादे को दोहराते हुए पीएम मोदी ने कहा, “हम भारत में विकास का नया अध्याय गढ़ना चाहते हैं. यह चुनाव 10 वर्ष की सिद्धियों पर तो मुहर लगाता ही है, भविष्य के संकल्पों के लिए भी देश की जनता ने हमें चुना है. देश की जनता ने हमें आदेश दिया है और हम भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व में तीसरे स्थान पर पहुंचाकर रहेंगे. यह चुनाव 10 वर्ष की सिद्धियों पर तो मुहर लगाता ही है, भविष्य के संकल्पों के लिए भी देश की जनता ने हमें चुना है. देश की जनता ने हमें आदेश दिया है और हम भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व में तीसरे स्थान पर पहुंचाकर रहेंगे.
” प्रधानमंत्री ने दावा किया कि आने वाले वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. उन्होंने कहा, “जब देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा तो इसका प्रभाव जीवन के हर क्षेत्र पर पड़ने वाला है. विकास के विस्तार के अनेक अवसर उपलब्ध होने वाले हैं. जब ऐसा होगा, तब भारत के हर स्तर पर इसका सकारात्मक प्रभाव तो होगा ही, लेकिन वैश्विक परिवेश में अभूतपूर्व प्रभाव पैदा होने वाला है.” PM मोदी ने कहा, “हम आने वाले कालखंड में नए स्टार्ट-अप, नयी कंपनियों का वैश्विक उभार देख रहे हैं. हमारे टीयर 2 और टीयर 3 स्तर के शहर भी ग्रोथ इंजन की बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं.”
भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की खुली छूट
पीएम मोदी ने एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि पहले एजेंसियों का दुरुपयोग किस तरह से होता था, यह बताना चाहता हूं. पीएम मोदी ने मुलायम सिंह यादव का बयान पढ़ा और कहा कि रामगोपालजी, नेताजी कभी झूठ बोलते थे क्या. जरा भतीजे को भी बताएं कि शिकंजा किसने कसा था. पीएम ने सुप्रीम कोर्ट की वह टिप्पणी भी याद दिलाई जिसमें सर्वोच्च न्यायालय ने सीबीआई को पिंजरे में बंद तोता बताया था. पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई हमारे लिए मिशन है. ये हमारे लिए चुनाव में हार-जीत का विषय नहीं है. हमने 2014 में जब सरकार बनी, हमने कहा था कि हमारी सरकार गरीबों के कल्याण के लिए काम करेगी. हमारी सरकार भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार करेगी, कालेधन पर वार करेगी.
हम गरीब कल्याण की योजनाएं चला रहे हैं. हमने कालेधन के खिलाफ कानून बनाया. हमने डीबीटी शुरू किया. हमने डिजिटल टेक्नोलॉजी का उपयोग किया. लीकेज दूर किया और आज एक नया पैसा लीक नहीं होता है. जब आम आदमी तक योजनाएं पहुंचती हैं तब उसका लोकतंत्र में भरोसा बढ़ता है और इसी का परिणाम है कि तीसरी बार यहां बैठा हूं. मैं बिना लाग-लपेट के कह रहा हूं, हमने एजेंसियों को भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दे रखी है. हां, वो ईमानदारी से ईमानदारी के लिए काम करे. कोई भी भ्रष्टाचारी बच नहीं पाएगा, ये मोदी की गारंटी है.