वाशिंगटन: विपक्ष के नेता राहुल गांधी तीन दिन के अमेरिका दौरे पर गए हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने अमेरिका के डलास में टेक्सास यूनिवर्सिटी के छात्रों से एक कार्यक्रम के दौरान बातचीत कर अपनी राय रखी। उन्होंने भारत में बढ़ रही बेरोजगारी और कई मुद्दों का जिक्र किया। इसी बीच राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर भी तंज कसा।
राहुल गांधी ने कार्यक्रम के दौरान ने कहा, ‘आरएसएस का मानना है कि भारत एक विचार है। वहीं हमारा मानना है कि भारत विचारों की बहुलता है। हमारा मानना है कि सभी को भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए, सपने देखने की अनुमति दी जानी चाहिए और उनकी जाति, भाषा, धर्म, परंपरा या इतिहास की परवाह किए बिना उन्हें जगह दी जानी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि भारत के लोगों को इस बार चुनाव में अच्छी तरह से पता चल गया है कि प्रधानमंत्री मोदी संविधान पर हमला कर रहे थे। उनका यह भी कहना है कि वह जो बात कर रहे हैं वह संविधान में है।
स्किल की नहीं स्किल के सम्मान करने वालों की है कमी- राहुल गांधी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत में बेरोजगारी बहुत अधिक बढ़ रही है। युवाओं को रोजगार के लिए भटकना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कई लोग कहते हैं भारत में कौशल की समस्या है लेकिन सच्चाई ये है कि यहां जिन लोगों के पास कौशल है उनका सम्मान नहीं होता है।राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारत में कौशल की कोई सीमा है और न ही भारत की शिक्षा प्रणाली व्यवसाय प्रणाली से मेल खाती है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास स्वतंत्र व्यवसाय प्रणाली है और फिर एक शिक्षा प्रणाली है। शिक्षा प्रणाली किसी भी तरह से भारत के कौशल स्ट्रक्चर से नहीं जुड़ती है।
आधुनिक भारत की नींव संविधान
उन्होंने कहा, ‘मैंने आपसे जो भी कहा है, वह सब संविधान में है। आधुनिक भारत की नींव संविधान है। चुनाव में लोगों ने जो स्पष्ट रूप से समझा और मैंने देखा कि जब मैं संविधान का मुद्दा उठाता था, तो लोग समझते थे कि मैं क्या कह रहा था। वे कह रहे थे कि भाजपा हमारी परंपरा पर हमला कर रही है, हमारी भाषा पर हमला कर रही है, हमारे राज्यों पर हमला कर रही है, हमारे इतिहास पर हमला कर रही है।’
‘भाजपा इसे बर्दाश्त नहीं कर सकी’
उन्होंने आगे कहा, ‘सबसे महत्वपूर्ण बात, उन्होंने जो समझा वह यह था कि जो कोई भी भारत के संविधान पर हमला कर रहा है, वह हमारी धार्मिक परंपरा पर भी हमला कर रहा है। इसलिए संसद में अपने पहले भाषण में मैंने अभयमुद्रा के बारे में बात की। यह निर्भयता का प्रतीक है और यह हर एक भारतीय धर्म में मौजूद है। जब मैं यह कह रहा था, तो भाजपा इसे बर्दाश्त नहीं कर सकी। वे नहीं समझते और हम उन्हें समझाने जा रहे हैं।’
‘भाजपा का डर गायब हुआ’
नेता विपक्ष ने भाजपा पर हमला करते कहा, ‘दूसरी बात यह हुई कि भाजपा का डर गायब हो गया। हमने देखा कि चुनाव परिणाम के तुरंत बाद, कुछ ही मिनटों में, भारत में कोई भी भाजपा या भारत के प्रधानमंत्री से नहीं डरता था। इसलिए ये बहुत बड़ी उपलब्धियां हैं, राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी की नहीं। ये भारत के लोगों की बहुत बड़ी उपलब्धि है, जिन्होंने लोकतंत्र को समझा, जिन्होंने यह समझा कि हम अपने संविधान पर हमला स्वीकार नहीं करने वाले हैं। हम अपने धर्म, अपने राज्य पर हमला स्वीकार नहीं करने वाले हैं।’
भारतीय प्रवासियों को लेकर कही ये बात
अमेरिका में रह रहे भारतीय प्रवासियों के बारे में उन्होंने कहा कि जब वे भारत से इस देश में आए थे तो संविधान, सम्मान और विनम्रता के मूल्यों के साथ आए थे। उन्होंने कहा कि भारतीय अमेरिका में प्यार और स्नेह के साथ रहने आए।
उन्होंने कहा, ‘मैं डलास में लोगों से बात कर रहा हूं और आप कौन हैं? आप भारत से आए लोग हैं और जिन मूल्यों का मैं वर्णन कर रहा हूं- संविधान के मूल्य, सम्मान के मूल्य, विनम्रता के मूल्य। आप उन्हें अपने दिल में रखते हैं, यह सब आपके खून में हैं। इसलिए, जब आप इस देश में आए, तो आप अहंकार के साथ नहीं आए, आप विनम्रता के साथ आए, आप घृणा के साथ नहीं आए, आप प्यार और स्नेह के साथ आए, आप अनादर के साथ नहीं आए। ‘