रांची। झारखंड पुलिस राज्य के सभी जिलों में 10 से 13 सितंबर तक जन शिकायत समाधान कार्यक्रम का आयोजन करेगी। डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जन शिकायत समाधान कार्यक्रम में आम जनता की समस्या सुनी जायेगी और उनकी मदद की जायेगी।
झारखंड पुलिस मुख्यालय से कार्यक्रम की मॉनिटरिंग के लिए 21 जिलों में आईजी और डीआईजी रैंक के अफसरों को प्रतिनियुक्त किया है।
इनमें आईजी मनोज कौशिक को रांची, आईजी प्रभात कुमार को खूंटी,आईजी असीम विक्रांत मिंज को सिमडेगा,आईजी अखिलेश झा को गुमला, आईजी पंकज कंबोज को हजारीबाग, आईजी माइकल राज एस को बोकारो, आईजी नरेंद्र सिंह को पलामू ,आईजी राजकुमार लकड़ा को लातेहार, आईजी एवी होमकर को
रामगढ़, आईजी ए विजयालक्ष्मी को देवघर,आईजी क्रांति गड़देशी को साहिबगंज, डीआईजी सुनील भास्कर को गिरिडीह, डीआईजी सुरेंद्र झा को धनबाद, डीआईजी मयूर पटेल कन्हैयालाल को कोडरमा, डीआईजी अनूप बिरथरे को लोहरदगा, डीआईजी कार्तिक एस को चतरा, डीआईजी वाई एस रमेश को
गढ़वा, डीआईजी इंद्रजीत महथा को दुमका, डीआईजी शैलेंद्र वर्नवाल को गोड्डा, डीआईजी संजीव कुमार को पाकुड, आईजी शैलेंद्र सिन्हा को जामताड़ा जिला शामिल है।
प्रतिनियुक्त अधिकारी जन शिकायत समाधान कार्यक्रम से संबंधित दिशा-निर्देश का सही से अनुपालन कर रहे या नहीं इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। डीआईजी अनूप बिरथरे ने रविवार को बताया कि डीजीपी की पहल पर झारखंड पुलिस की ओर से यह बेहद अनूठी पहल की जा रही है। इसमें 10 सितंबर से राज्य के 24 जिलों में जन शिकायत निवारण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हर जिले में एक मोबाइल नंबर, एक व्हाट्सएप नंबर और एक ईमेल आईडी जारी किया गया है।
डीआईजी ने बताया कि हर जगह पर इलाके से या पुलिस मुख्यालय से एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हर जिला मुख्यालय जाएंगे। लोगों की शिकायतें ऑफलाइन भी जमा होंगी और इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि आप जो भी शिकायत करेंगे, आपको उसकी पावर्ती रसीद दी जाएगी। इसके साथ एक नंबर भी दिया जाएगा, जिसके जरिए आम जनता यह पता लगा सकेगी कि उनकी शिकायतों पर क्या कार्रवाई हुई है।