रामगढ़ । रामगढ़ पुलिस प्रशासन की ओर से आम नागरिकों पर जुल्म किया जा रहा है। पुलिस अब सेवक की भूमिका में काम नहीं कर रही। यह बातें गुरुवार को एसपी कार्यालय के बाहर एक दिवसीय धरना देते हुए पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने कही।
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन की हरकतें यह बता रही है कि वे एक शासक की तरह तानाशाही रवैया लोगों पर थोपना चाहते हैं। आम नागरिक पुलिस के पास न्याय की उम्मीद से जाता है। लेकिन पुलिस पूंजीपतियों के हाथों बिक कर काम कर रही है। उन्होंने रामगढ़ एसपी पर कई गंभीर आरोप लगाए और कहा कि जमीन के मामले में पुलिस अब पैसे वालों का साथ दे रही है। उनके एक सहयोगी चरण केवट पर रजरप्पा थाना क्षेत्र की जमीन को लेकर रामगढ़ में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद अनुसंधानकर्ता सुरेन्द्र कुमार कुंतिया ने चरण केवट से रिश्वत की भी मांग की। जब वे लोग वह देने से इंकार कर गए तो पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की। इस मामले में जब पुलिस पदाधिकारियों से लिखित शिकायत की गई तब भी कार्रवाई नहीं होना एक गंभीर विषय है।
पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने कहा कि रजरप्पा थाना से महज कुछ ही दूरी पर हुए रमेश विश्वकर्मा हत्याकांड का खुलासा आज तक नहीं हो पाया है। गोला की एक महिला कुंती देवी ने अपने बच्चों के साथ कई दिनों तक धरना दिया। लेकिन उसके पति के हत्यारों को पकड़ने के बजाय पुलिस न्याय मांगने वालों को ही नजरअंदाज करती रही। अगर पांच दिनों के अंदर रामगढ़ एसपी इन सभी मामलों पर कार्रवाई नहीं करते हैं तो ग्रामीणों के साथ वे रामगढ़ थाना परिसर में मुंह पर पट्टी बांधकर धरने पर बैठ जाएंगे। पुलिस का जुल्म सहने के लिए रामगढ़ की जनता तैयार नहीं है। धरना प्रदर्शन में पूर्व विधायक शंकर चौधरी, भगीरथ नायक सहित कई लोग मौजूद थे।