कोडरमा। झारखंड राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका यूनियन (सीटू) की बैठक अम्बेडकर पार्क में जिलाध्यक्ष शोभा प्रसाद की अध्यक्षता में की गई।
बैठक में सेविका, सहायिकाओं की समस्याओं पर चर्चा की गई और हेमंत सरकार से मानदेय बढ़ाने की मांग की गई, साथ ही 1 फरवरी को संसद में पेश होने वाले केन्द्रीय बजट से सेविका सहायिकाओं का न्यूनतम मानदेय 26 हजार करने की भी मांग की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि केन्द्र सरकार अगर मानदेय में बढ़ोतरी नहीं करती है तो 5 फरवरी को केन्द्र सरकार की बजट के खिलाफ विरोध दिवस मनाया जाएगा। बैठक को संबोधित करते हुए सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि मोदी सरकार के बजट से कुछ उम्मीद करना बेकार है, यह एक जनविरोधी सरकार है।
पिछले 11 सालों में जनता पर सिर्फ टैक्स का बोझ नहीं डाला है। महंगाई और बेरोजगारी से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। वहीं आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने वर्ष 2017 में सेविका, सहायिकाओं के मानदेय में 1500 रूपये की बढ़ोतरी किया था, पिछले 8 सालों में हर चीजों की कीमतों में कई गुना की बढ़ोतरी हो गई है, इसलिए हमलोगों का मानदेय हर हाल में बढ़ना चाहिए।
बैठक को सीटू के जिला सचिव रमेश प्रजापति व जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश ने भी सम्बोधित किया। बैठक में सचिव वर्षा रानी, संतोषी कुमारी, संध्या बर्णवाल, कुंती देवी, प्रभा, रीता, रेखा, संजू, मीना एक्का, सुनीता देवी सहित दर्जनों सेविका सहायिका मौजूद थी।