जयनगर (कोडरमा)। थाना क्षेत्र अंतर्गत इन दिनों पुलिस सुस्त और अपराधी चुस्त वाली स्थित है। रोज कहीं ना कहीं चोरी की घटनाएं हो रही है, मगर पुलिस की कार्रवाई शून्य है। दो माह में अंदर पुलिस ने एक भी चोर को गिरफ्तार नहीं किया। किसी मामले का भी अभी तक उदभेदन नहीं हुआ, एक मात्र रेस्क्यू करने वाले अपराधी को यदुडीह से गिरफ्तार कर जेल भेजकर पुलिस ने अपने कर्तव्यों की स्थिर कर ली।
पुलिस को चुनौती देते हुए बीती रात अज्ञात चोरों ने एक रात में एक ही गांव में तीन घरों में चोरी की घटना का अंजाम दिया, जबकि एक अन्य गांव में बंद पडे घर में चोरी की घटना को अंजाम दिया और बर्तन, जेवर, कपडा सहित लाखों का सामान उडा लिया। वहीं मेसौंघा गांव में बंद पडे अरविंद यादव के घर से भी हजारों रूपये का सामान उड़ा दिया, रोज की तरह खाना खाकर घर वाले अपने घर के मुख्य दरवाजा पर ताला लगाकर अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। सुबह जागे तो पता चला की चोरों ने घर का ताला तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम दिया है।
अंदर देखने पर पता चला कि बक्सा का ताला टुटा हुआ है और सभी सामान गायब है। इस संबंध में आल्हो निवासी भुक्तभोगी बैजनाथ यादव, रघुनाथ यादव, जगरनाथ यादव ने थाना में एक संयुक्त आवेदन दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि रोज की तरह खाना खाकर वे लोग सोने चले गए, सुबह उन्हें चोरी की घटना का पता चला. इस दौरान चोरों ने जगरनाथ यादव के घर से 58 हजार नगद, एक जोडी सोने का कर्मफुल, दो जोडा चांदी का पायल, दो जोडा चांदी का चेन, एक जोडा हाथ की पाहुंची, दस पीस साडी, कांसा का बर्तन, दो टांगी, दो कुदाल, बैजनाथ यादव के घर से एक चांदी की चेन, चार बिछिया, बच्चे का चांदी का जेवर, रघुनाथ यादव के घर से 29 हजार रूपये नगद, दो चांदी की चेन, एक जोडा पायल, बिछिया तथा घर में रखा मडुआ भी चुरा लिया, हालांकि मेसौंधा निवासी विनोद यादव के सपरिवार बाहर रहने के कारण गांव के ही दूसरे घर में रह रही उसकी मां झलिया देवी चोरी गए सामानों का ब्योरा नहीं दे पायी है।
शोर मचाने पर ग्रामीण जुटे और ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। थाना से आये एसआई प्रतीत टोपनो ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है, इस दौरान उन्हें सड़क पर फेंका हुआ एक अटैची मिला।वहीं बीते 24 जनवरी को भी रात्रि में लोहाडांडा अफसरी खातून पति इरशाद खान के यहां चोरी की घटना हुई थी, जिसमें जेवर और नगदी के सामान की चोरी हुई थी। वहीं 26 जनवरी की रात सोनपुरा के उत्क्रमित उच्च विद्यालय में अज्ञात चोरों के द्वारा चोरी का प्रयास किया गया था, जिसमें मध्यान भोजन बनाने के लिए रखा गया गैस सिलेंडर चोर लेकर भाग गए थे और दरवाजे को क्षतिग्रस्त हो कर दिया था।