पलामू। मंकी पॉक्स को लेकर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन द्वारा हेल्थ इमरजेंसी जारी करने के बाद पलामू जिले में जागरूकता और प्रिपरेशन कार्यक्रम तेज किया गया है। सोमवार को जिले के सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार ने जानकारी दी की एमआरएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में 20 बेड तैयार किए गए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि भारत में मंकी पॉक्स का कोई रोगी अब तक पाया नहीं गया है, लेकिन अगर इस बीमारी के लक्षण वाले लोग मिलते हैं तो उन्हें भर्ती करके इलाज शुरू करने के लिए आइसोलेशन वार्ड में 20 बेड तैयार किए गए हैं। इसी तरह से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी उनकी तैयारी है।
उन्होंने बताया कि स्मालपॉक्स की तरह ही मंकी पॉक्स में भी शरीर में चकते आते हैं। बुखार लगता है। अगर ऐसी स्थिति किसी भी व्यक्ति के साथ बनती है तो उसे तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए, ताकि उसकी पहचान करके इलाज शुरू किया जा सके। उन्होंने बताया कि मंकीपॉक्स गिलहरी और चूहा से फैलता है और यह वायरस है।
सिविल सर्जन ने प्रभारी डीएस डॉ. आर रंजन, डीपीएम प्रदीप कुमार सिन्हा, कोविड विशेषज्ञ डा. अनुप कुमार, डा. एसके गिरी एवं अन्य के साथ अपनी तैयारी को भी देखा और जरूरी दिशा निर्देश कर्मियों को दिए।