खबर मंत्र ब्यूरो
जमशेदपुर । आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स विषयक दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत मंगलवार को आरवीएस कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी में कंप्युटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विभाग के द्वारा किया गया। संगोष्ठी का उद्घाटन भाषण देते हुए मुख्य अतिथि डॉ विजय पाण्डेय (झारखण्ड तकनीकी विश्वविद्याजय, कुलपति) ने कहा कि ह्लहमारा परिवेश जिस तरह से बदल रहा है, उसमें आईओटी की ज्यादा जरूरत पड़ेगी, इस लिए इस तरह के संगोष्ठी बेहद जरूरी हैं। आरवीएस कॉलेज की यह पहल काफी सराहनीय है।
विशिष्ट अतिथि डॉ आशिष कुमार साहा (निदेशक, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी, हजारीबाग) ने कहा कि आईओटी बदलते समाज की जरूरत है और हमें हर क्षेत्र में इनसे संबंधित उपकरणों की आवश्यकता होगी। आज के परिचर्चा के मुख्य वक्ता थे डॉ शम्स तबरेज सिद्वीकी, असिस्टेंट प्रोफेसर, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, जाजान विश्व विद्यालय जांजान, सउदी अरब एवं प्रोफेसर एमएन होदा, निदेशक भारती विद्यापीठ इंन्सटीच्यूट ऑफ़ कम्प्यूटर एप्लीकेशन एण्ड मैनेजमेंट, नई दिल्ली।
कार्यक्रम की शुरूआत में प्राचार्य डॉ राजेश कुमार तिवारी के आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एवं इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भविष्य में हमें ऐसे उपकरणों की आवश्यकता पड़ेगी ही इसलिए हमें इसकी तैयारी करनी पड़ेगी, इसकी जरूरत को, उपयोग करने के तरीके को एवं इसके गलत उपयोग से बचने के तरीकों के लिए भी जानकारी हासिल करनी होगी और साथ में सभी को इसके बारे में जानकारी देना भी आवश्यक है। सम्मेलन के प्रथम दिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चर्चाएँ हुई। सम्मेलन में आए विभिन्न राज्यों से विभिन्न कॉलेज के विद्यार्थी गण एवं शोधकर्ताओं ने अपने अपने वक्तव्य रखें। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनेकों लाभ हैं जैसे सटीकता में सुधार बड़ी मात्रा में डेटा का त्वरित सटीक विश्लेषण कर सकता है, जो अंतर्दृष्टि और भविष्यवाणियाँ प्रदान करता हो जो मनुष्य की क्षमता से परे है।
त्रुटियों को कम करता है, दक्षता बढ़ाता है बशर्ते की इसका उपयोग सावधानी पूवर्क किया जाए। चूँकि कंप्यूटर पर कार्य करते वक्त डेटा की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण विषय है। संगोष्ठी के दूसरे एवं अंतिम दिन इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स पर चर्चाएँ होंगी।
उद्घाटन समारोह में आए सभी अतिथियों का स्वागत कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेश कुमार तिवारी, अध्यक्ष श्री बिन्दा सिंह, कोषाध्यक्ष श्री शत्रुध्न सिंह ने शाल एवं प्रतिक चिन्ह देकर किया। कार्यक्रम के उदघाटन के मौके पर कॉलेज के निदेशक डॉ आरएन गुप्ता, कंप्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग के विभागध्यक्ष प्रोफेसर देवव्रत दास, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, छात्र-छात्राएँ एवं शोधकर्ता आदि मौजूद थे। संगोष्ठी के दौरान मंच संचालन डॉ सुधीर झा ने किया।