खबर मन्त्र ब्यूरो
रांची। झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। उनके रिश्तेदारों और करीबियों की ओड़िशा स्थित शराब कंपनियों पर इनकम टैक्स की छापेमारी के दौरान 300 करोड़ से ज्यादा नकद बरामद होने की खबर है। ओड़िशा के बलांगिर स्थित बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के दफ्तर से 150 करोड़ से ज्यादा नकद और संबलपुर में कॉर्पोरेट ऑफिस से भी 150 करोड़ से ज्यादा नकद जब्त हुआ है। ये दोनों पश्चिमी ओड़िशा में सबसे बड़ी देसी शराब निर्माता और विक्रेता कंपनियों में से है।
नोट गिनते-गिनते मशीन ठप :
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बुधवार से ही ओड़िशा के बलांगिर और संबलपुर में शराब बनाने वाली कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी थी। छापेमारी के दौरान आइटी टीम ने भारी मात्रा में कैश बरामद किया। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, टीम ने छापे में बरामद रकम की मशीन से गिनती कर रही है। रकम इतनी ज्यादा है कि दो दिनों में 200 और 500 रुपयों की काउंटिंग कर रही मशीन ने भी काम करना बंद कर दिया। इतनी रकम देखकर इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी भी हैरान रह गये। कई शराब कंपनियों द्वारा आयकर चोरी के आरोप में कल राज्य के विभिन्न हिस्सों में आइटी छापे मारे गये।
टैक्स चोरी का मामला
ओड़िशा के इनकम टैक्स अधिकारी ने बताया कि इनकम टैक्स में चोरी की वजह से यह छापेमारी हुई है। राज्यसभा सांसद धीरज साहू लोहरदगा में रहते हैं। उनके लोहरदगा आवास पर 6 दिसंबर को इनकम टैक्स की टीम पहुंची थी लेकिन यहां आने से पहले ओड़िशा के संबलपुर और ब्लांगिर में संचालित शराब कंपनियों पर दबिश दी गयी थी। श्री धीरज साहू एक रसूखदार परिवार से आते हैं। इनका परिवार खानदानी रूप से कांग्रेस से जुड़ा रहा है। किसी जमाने में चुनाव प्रचार के दौरान देश की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी भी रुकती थीं। इनके यहां फिल्म स्टार्स और क्रिकेटर्स भी आते रहते हैं।
कंपनी के ठिकानों की तलाशी
नोटों को गिनती के लिए दो ट्रकों में पैसे भरकर बैंक भेजा गया है। इसके अलावा झारखंड के रांची और लोहरदगा में भी जांच टीम ने कंपनी के ठिकानों पर तलाशी ली। जिस कंपनी के ऑफिस में इतनी मोटी रकम मिली है, वह वेस्टर्न ओड़िशा की सबसे बड़ी शराब निर्माता मानी जाती है। इस कंपनी के बौध डिस्टिलरीज से कारोबारी रिश्ते भी हैं। आइटी कंपनी ने तीतलगढ़ में भी शराब माफिया के घरों पर छापेमारी की। हालांकि छापे की भनक लगते ही सभी आरोपी भाग निकले। इसके अलावा आईटी टीम ने एक अन्य शराब निर्माता कंपनी के आॅफिस में छापेमारी की और 110 करोड़ रुपये सीज किये हैं।
शराब कारोबार से जुड़ा है खानदान——
धीरज साहू के परिवार का मुख्य कारोबार शराब से जुड़ा हुआ है। इनके परिवार की ज्यादातर शराब कंपनियां ओड़िशा में है। धीरज साहू के पिता का नाम स्व राय साहब बलदेव साहू है। छह भाइयों का लंबा-चौड़ा परिवार है। रांची से लंबे समय तक सांसद रहे बड़े शिवप्रसाद साहू और एक भाई नंदलाल साहू का निधन हो चुका है। वहीं धीरज साहू तीसरी बार राज्यसभा सांसद बने हैं। सूत्र सांसद धीरज साहू के रिश्तेदारों और करीबियों के नाम से ओड़िशा में शराब की कई कंपनियां हैं। इनमें बौध डिस्टलरी प्रालि, बलदेव साहू इंफ्रा प्रालि, क्वालिटी बॉटलर्स प्रालि और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेज प्रालि के नाम शामिल हैं।
भाजपा कर रही बदनाम—
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सह महासचिव राकेश सिन्हा का कहना है कि धीरज साहू एक सफल व्यवसायी हैं। उनका पूरा परिवार बिजनेस में है। वह सिर्फ दस साल से व्यवसाय नहीं कर रहे हैं। उनके चेहरे को बदनाम करने के लिए इनकम टैक्स का इस्तेमाल किया गया है। उनके ठिकानों से 300 करोड़ से ज्यादा नकद बरामद होने के बाबत उन्होंने कहा कि पूरा परिवार सामूहिक रुप से व्यवसाय करता है, लेकिन भाजपा एक साजिश के तहत खानदारी कांग्रेसी परिवार को बदनाम कर रही है।