सूरत/अहमदाबाद। वर्ष 2017 में लॉन्च की गई बुलेट ट्रेन परियोजना को अब निर्धारित समय में पूरा करने के लिए तीव्रता के साथ फैसले लिए जा रहे हैं और अगले एक पखवाड़े में महाराष्ट्र में पड़ने वाले प्रोजेक्ट के तीनों पैकेज का काम पूरा कर लिया जाएगा।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन के अनुसार इसके आखिरी पैकेज सी-3 का काम भी आगे बढ़ चुका है। इसके लिए चार कंपनियों ने अपनी दिलचस्पी दिखाई है। पैकेज सी-3 के तहत मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए ठाणे, विरार और बोईसर एचएसआर स्टेशनों सहित शिलफाटा और जरौली (महाराष्ट्र-गुजरात सीमा पर) के बीच 135 किलोमीटर रूट के सिविल कार्यों का डिजाइन और निर्माण कार्य शामिल है।
बुलेट ट्रेन का ट्रायल रन 2026 में
ट्रेन परियोजना को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गत दिनों लोकसभा में भी जानकारी दी थी की हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का काम गुजरात में 32. 9 प्रतिशत और महाराष्ट्र में 13.7 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। वैष्णव ने यहां तक कहा था कि मुंबई से अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का ट्रायल रन 2026 में किया जाएगा।
तीन पैकेज में बांटा गया है महाराष्ट्र प्रोजेक्ट
508 किलोमीटर लंबी बुलेट ट्रेन के इस रूट का 156 किलोमीटर हिस्सा महाराष्ट्र में पड़ता है। इस रूट का काम तीन पैकेज सी-1, सी- 2 और सी- 3 में बांटा गया है। सी-1 के तहत बीकेसी में अंडरग्राउंड स्टेशन का निर्माण जिसका टेंडर हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी और मेसर्स एमईआईएल संयुक्त रूप से दिया गया है। इस स्टेशन को पूरी तरह बनकर तैयार होने में 54 महीने लगेंगे। सी-2 के तहत शिलफाटा और विक्रोली के बीच 21 किलोमीटर की दूरी वाली सुरंग की खुदाई का काम है जिसका टेंडर एफकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर खो गया है वही पैकेट सी- 3 के तहत मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए ठाणे, विरार और बोईसर स्टेशनों सहित शिलफाटा और जरौली के बीच 135 किलोमीटर रूट के सिविल और निर्माण कार्यों का डिजाइन और निर्माण कार्य शामिल है, इसके लिए चार कंपनियों ने निविदाएं लगाई है। इन निविदाओं को खोले जाने के पश्चात पूरे प्रोजेक्ट का काम शुरू हो जाएगा। 156 किलोमीटर लंबे महाराष्ट्र के रूट के अलावा 348 किलोमीटर गुजरात में और 4 किलोमीटर दादरा-नागर हवेली में पड़ता है।