कोडरमा। जिले के सभी शिक्षण संस्थानों को तम्बाकू मुक्त बनाने को लेकर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी अविनाश राम ने कार्यशाला में उपस्थित पदाधिकारियों, प्राचार्यों और शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि तम्बाकू सेवन की आदत जन स्वास्थ्य के लिए एक बड़ी समस्या के रूप में वैश्विक स्तर पर उभर रहा है, ऐसे में हम सबों की जिम्मेवारी है कि अपने आने वाले भविष्य की चिंता करते हुए युवाओं और वयस्कों को तम्बाकू की लत से दूर रखा जाय, उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मार्गदर्शन में सोशियो इकोनाॅमिक एंड एजुकेशनल डवलपमेंट सोसायटी (सीड्स) द्वारा जिले के शैक्षणिक संस्थान को तम्बाकू मुक्त घोषित कराया जाएगा।
इसको लेकर सीड्स द्वारा जिले में अभियान चलाया जाएगा। वहीं सीड्स के कार्यक्रम समन्वयक रिम्पल झा ने तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की आवश्यकता के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की और कहा कि तम्बाकू का उपयोग पूरी दुनियां के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, एक सर्वे के अनुसार भारत में 13-15 वर्ष आयु वाले 8. 5 प्रतिशत छात्र किसी न किसी प्रकार के तम्बाकू का उपयोग कर रहे है, वहीं झारखंड में इसका 5. 1 प्रतिशत है, जो गम्भीर चिंता का विषय है।
मौके पर क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी कंचन कुमारी, विक्रम परमार, प्रखंडों के बीईईओ, चयनित स्कूलों के प्राचार्य, प्रतिनिधि, भोला पांडेय आदि मौजूद थे।