कछार (असम)। ईद-उद-अजहा के दिन कछार जिला मुख्यालय शहर सिलचर में दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए लाठीचार्ज किया। घटना की सूचना पर जिले के वरिष्ठ अधिकारी बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे है। इलाकेे में तनाव है लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। इलाके में बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवान तैनात कर दिए गए हैं।
सिलचर में गुरुवार को इस्लाम धर्मावलंबी खुशी से ईद का जश्न मना रहे थे। इस बीच दिन के करीब 11 बजे के बाद कुर्बानी के बाद कॉलेज रोड के पास पंचायत रोड पर एक मस्जिद से सटे इलाके में स्थिति अचानक तनावपूर्ण हो गयी। दो समुदायों के आमने-सामने आने पर मारपीट शुरू हो गई। भीड़ ने एक कार में तोड़फोड़ कर दी। तनाव फैलने की खबर मिलते ही दक्षिणी रेंज के डीआइजी कंकंज्योति सैकिया, पुलिस अधीक्षक नोमल महतो और सामान्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए और उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। इलाके में बड़ी संख्या में सीआरपीएफ की तैनात की गई है। खबर लिखे जाने तक पुलिस व वरिष्ठ अधिकारी अशांत क्षेत्र में ही मौजूद थे।
घटना को लेकर कुछ आरोप लगाया कि ईद के दिन कुर्बानी दिए गए जानवर का खून हिंदू घरों पर छिड़का गया। इसे लेकर ही इलाके में तनाव उत्पन्न हो गया। वहीं इस्लाम धर्म से जुड़े कुछ लोगों ने शिकायत की कि ईद की नमाज के बाद पंचायत रोड स्थित मस्जिद के पास कुछ बकरों की कुर्बानी देने के दौरान कुछ लोगों के वीडियो बनाने के साथ ही कुर्बानी देने वालों को गालियां दे रहे थे। इसके बाद इलाके में उत्तेजना फैल गयी। तनाव उत्पन्न होने के बाद स्थानीय लोगों ने पंचायत रोड से जुड़े तेमथा में सड़क पर विरोध प्रदर्शन कर यातायात अवरुद्ध कर दिया।
घटना पर दक्षिणी रेंज के डीआइजी कंकंज्योति सैकिया और पुलिस अधीक्षक नोमल महतो ने बताया कि दोनों समुदायों के बीच गलतफहमी के कारण विवाद हुआ है। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि हर स्थिति में शांति और व्यवस्था बनाए रखें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।