मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को देर रात समर्थक विधायकों से एक बैठक में कहा कि अजीत पवार के शपथ ग्रहण की जानकारी उन्हें पहले से थी। यह सब आगामी राजनीति के तहत किया गया है। उनकी पार्टी आगामी विधान सभा चुनाव में 50 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सभी सीटें जीतेगी।
दरअसल, अजीत पवार सहित राकांपा के नौ मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद शिंदे समूह में नाराजगी दिख रही है। शिंदे गुट की मंगलवार को देर रात हुई कोर कमेटी की बैठक में इसी नाराजगी की वजह से दो समर्थक विधायक आपस में भिड़ गए। इसी वजह से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपना पूर्वनियोजित दौरा छोड़कर नागपुर से मुंबई लौटना पड़ा। इसके बाद बुधवार को देर रात मुख्यमंत्री आवास पर जनप्रतिनिधियों की आपात बैठक बुलाई गई।
इस बैठक में सभी विधायकों ने शिंदे सरकार में अजीत पवार सहित 9 राकांपा नेताओं के शामिल होने पर नाराजगी जताई। सभी विधायकों और सांसदों की नाराजगी सुनने के बाद सीएम शिंदे ने कहा कि अजीत पवार उनसे पहले भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाना चाहते थे। भाजपा और उनका गठबंधन विचारों पर आधारित है, जबकि राकांपा का सरकार में आना भविष्य की राजनीति के तहत है।
शिंदे ने समर्थक विधायकों से कहा कि आगामी चुनाव में उनकी पार्टी की 50 से ज्यादा सीटों पर लड़ेगी और सभी सीटें जीतेगी। इसलिए भविष्य की राजनीति को देखते हुए उन्होंने अजीत पवार को सरकार में स्वीकृति दी है। इसके बाद शिंदे समूह के विधायकों की नाराजगी दूर हुई है। कयास लगाया जा रहा है कि बहुत जल्द सरकार में शामिल राकांपा गुट के मंत्रियों को नए विभाग भी दिए जाएंगे।