पलामू।मेदिनीनगर के सर्किट हाउस में सोमवार को कांग्रेस नेता आपस में भिड़ गए। जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के जिला अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं को नहीं बुलाने पर अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष सहित कई कांग्रेसी नाराज थे और कार्यक्रम के संयोजक रविंद्र सिंह से मिलने के लिए पहुंचे थे। इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव रामाशीष पांडे से मुलाकात हो गयी। समीक्षा बैठक में नहीं बुलाने की बातचीत होते-होते बात विधानसभा चुनाव तक पहुंच गई। कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के जिला अध्यक्ष जीशान खान ने रामाशीष पांडे पर चुनाव में सपोर्ट नहीं करने के कारण पार्टी के डालटनगंज विधानसभा सीट से उम्मीदवार के एन त्रिपाठी की हार का कारण बताया। इस पर जमकर कहा सुनी हुई। हालांकि इस क्रम में कुछ कांग्रेसी बीच बचाव भी करते नजर आए।
राज्य की कृषि-सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की रविवार को पलामू दौरे पर आयी थी। इस क्रम में उन्होंने जिलास्तरीय समीक्षा बैठक सर्किट हाउस में की थी।
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के जिला अध्यक्ष जीशान खान का आरोप है कि बैठक से पार्टी के मुख्य कार्यकर्ता एवं अल्पसंख्यक समाज के आने वाले नेताओं कार्यकर्ताओं को इसकी भनक तक नहीं लगनी दी गयी। बैठक में वैसे जिला स्तरीय कार्यकर्ताओं को बुलाया गया, जो जिला कमिटी की गलतियों पर पर्दा डाल सके। कमियां निकलकर सामने न आए। उन्होंने समीक्षा बैठक को भंग करने की मांग की और वैसे जिला स्तरीय नेता जो मंत्री और बड़े नेताओं के पलामू आने पर चेहरा चमकाते हैं, वैसे को दरकिनार करने का आग्रह किया।
जीशान ने कहा कि जिला कमिटी की सक्रियता नहीं रहने के कारण विधानसभा चुनाव में डालटनगंज विधानसभा सीट से उम्मीदवार केएन त्रिपाठी की हार हुई। कांग्रेस का अल्पसंख्यक विभाग ने 80 प्रतिशत वोट दिलवाया, लेकिन जिला कमिटी पार्टी उम्मीदवार को हरवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जिला कमिटी के नेताओं को यह डर था कि त्रिपाठी के चुनाव जीतने से उनकी राजनीति खतरे में पड़ जायेगी, इसलिए उनके संपर्क के तमाम वोट कनवर्ट हो गए। सभी वोट फूल और सिलाई मशीन छाप वाले उम्मीदवार को दिलाये गए।
जीशान ने आरोप लगाते हुए कहा कि पांच वर्ष तक कांग्रेस पार्टी के बल पर सदर अस्पताल से कमाई करके अपने घर को ताजमहल बनाने वाले सीटू पाठक चुनाव के समय पार्टी उम्मीदवार को समर्थन करने की जगह सिलाई मशीन छाप उम्मीदवार के शरण में चले गए। यह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति रही। इसी तरह अन्य नेता एवं कार्यकर्ताओं का रवैया रहा। उन्होंने डीसी, एसपी, डीएसपी, थाना प्रभारी को रियल कांग्रेस कार्यकर्ता की पहचान करने और उन्हें ही तवज्जों देने का आग्रह किया।
उन्होंने कांग्रेस के वरीय नेताओं से जिला कमिटी के लिए निगरानी कमिटी बनाने और समीक्षा बैठक से पहले सभी स्तर के कार्यकर्ताओं को पूरी जानकारी देने की मांग की है। जीशान ने कई अन्य विधानसभा क्षेत्र में भी जिला कमिटी की नकारात्मक भूमिका के बारे में भी बताया। यह भी कहा कि छतरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर मंत्री बने राधाकृष्ण किशोर को जीताने में जिला कमिटी का कोई रोल नहीं है। वे जमीन से जुड़े हुए नेता हैं और अपने बल पर चुनाव जीतने में कामयाब रहे।
जीशान ने कहा कि जब कांग्रेस जिला अध्यक्ष जैश रंजन उर्फ बिट्टू पाठक से अल्पसंख्यक नेताओं को नहीं बुलाने के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कार्यालय प्रभारी सह मीडिया प्रभारी जीतेन्द्र कमलापुरी के सिर ठिकरा फोड़कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली।