रामगढ़। सदर अस्पताल में प्रतिस्थापित डॉक्टर राहुल बरेलिया के खिलाफ अपने निजी अस्पताल में सेवाएं देने का मामला सामने आया है। ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर राहुल बरेलिया के खिलाफ डीसी चंदन कुमार ने जांच बिठा दी है। डीसी ने सिविल सर्जन को एक पत्र भी सोमवार को लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि तत्काल डॉक्टर राहुल बरेली को नोटिस जारी किया जाए।
डीसी ने बताया कि उन्हें यह सूचना दी गई है कि सदर अस्पताल में पदस्थापना के बाद डॉक्टर बरेलिया ने एक भी सर्जरी नहीं की, जबकि इस समय का उपयोग उन्होंने अपने निजी अस्पताल बरेलिया नर्सिंग होम को चमकाने में दिया है। पिछले 1 वर्षों के दौरान उन्होंने लगभग 188 ऑपरेशन अपने निजी नर्सिंग होम में किए हैं।
डीसी चंदन कुमार ने बताया कि डॉक्टर राहुल बरेलिया की नियुक्ति आर्थोपेडिक विशेषज्ञ के रूप में की गई थी। वे सदर अस्पताल में सर्जरी ना करके अपने निजी अस्पताल बरेलिया नर्सिंग होम में ही सर्जरी करते हैं। आयुष्मान भारत आरोग्य योजना अन्तर्गत उपलब्ध आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि डॉ बरेलिया ने अपने निजी अस्पताल में सितंबर 2022 से मई 2023 तक की अवधि में कुल 188 सर्जरी की हैं, जबकि इसी अंतराल में सदर अस्पताल में इनके द्वारा एक भी सर्जरी नहीं की गई है। ऐसे में संबंधित चिकित्सक से कारण प्राप्त करते हुए प्रतिवेदित करें कि डीएमएफटी मद के अन्तर्गत इस पद को चालू रखने की क्या कोई आवश्यकता बची है?
बरेलिया नर्सिंग होम की होगी पूरी जांच
डीसी ने सिविल सर्जन डॉ महालक्ष्मी प्रसाद को यह आदेश जारी किया है कि क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के अंतर्गत बरेलिया नर्सिंग होम की पूरी जांच हो। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि बरेलिया नर्सिंग होम में आयुष्मान भारत आरोग्य योजना अन्तर्गत सर्जरी के लिए लाभ प्राप्त यह 188 मरीज क्या सदर अस्पताल में चिकित्सा प्राप्त करने आये थे?
डीसी के आदेश के बाद सिविल सर्जन इस बात का भी जांच करेंगी कि डॉक्टर राहुल बरेलिया दलाल के माध्यम से तो काम नहीं कर रहे थे। एजेंट के माध्यम से अपने निजी नर्सिंग होम में सदर अस्पताल से मरीज भेजने का काम तो नहीं हो रहा था। अगर किसी भी चिकित्सक के द्वारा अपने निजी अस्पताल में दलाल या एजेंट के माध्यम से मरीजों को भिजवाया जाता है तो उनका यह कृत्य अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। इस विषय पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक और विधिक कार्रवाई होगी।
एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश
डीसी चंदन कुमार ने इस मुद्दे पर सिविल सर्जन को एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि इस एक सप्ताह में वे डॉ राहुल बरेलिया को कारण बताओ नोटिस जारी करेंगी और उनके जवाब के साथ पूरी जांच रिपोर्ट सौपेंगी।