कोडरमा। डीवीसी के चेयरमैन एस सुरेश कुमार ने जिले के दौरे पर आए। इस दौरान उन्होंने कोडरमा थर्मल पावर प्लांट का निरीक्षण किया और डीवीसी के अधिकारियों के साथ बैठक की। वहीं उन्होंने थर्मल पावर प्लांट में 1600 मेगावाट के एक्सटेंशन यूनिट, सोलर पावर प्लांट और तिलैया डैम में फ्लोटिंग पावर प्लांट का निरीक्षण किया। बता दें कि फिलहाल कोडरमा थर्मल पावर प्लांट के दो यूनिट से 500-500 मेगावाट और सोलर प्लांट से 6 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है और जल्द ही इस प्लांट में 800-800 मेगावाट की दो यूनिट स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा तिलैया डैम में पानी के ऊपर फ्लोटिंग पावर प्लांट का भी निर्माण किया जाना है, जिसकी क्षमता 600 मेगावाट होगी। इसके अलावा प्लांट के लिए स्थाई ऐश पाॅन्ड का भी निर्माण किया जा रहा है।
बैठक के दौरान डीवीसी के चैयरमैन ने अधिकारियों को प्लांट के आसपास के गांवों में सौर ऊर्जा आधारित उपकरण लगाने के लिए लोगों को प्रेरित करने का भी निर्देश दिया। वहीं अधिकारियों के साथ बैठक के बाद डीवीसी चैयरमैन ने निर्माणाधीन ऐश पाॅन्ड का जायजा लिया और विस्थापितों के साथ भी कई मुद्दों पर चर्चा की। वहीं मीडिया से बात करते हुए डीवीसी चैयरमैन एस सुरेश कुमार ने कहा कि आने वाला समय रिनुअल एनर्जी का है, जिसे देखते हुए प्लांट में 10 मेगावाट क्षमता वाले सोलर प्लांट का निर्माण किया जा रहा है, जिससे फिलहाल 6 मेगावाट बिजली उत्पादित की जा रही है। इसके अलावे डीवीसी के कार्यालय और प्लांट के तमाम क्वार्टर की छतों पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं, लेकिन इसके लिए आसपास के ग्रामीण और विस्थापितों को भी आगे आना होगा।
वहीं उन्होंने बताया कि 1600 मेगावाट प्लांट एक्सटेंशन को लेकर टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है और वित्तीय अनुमति भी मिल गई है. फॉरेस्ट क्लीयरेंस और ऊर्जा मंत्रालय की स्वीकृति के साथ ही जल्द से जल्द नई यूनिट लगाने के कार्य भी शुरू कर दिए जाएंगे। इसके अलावा उन्होंने बताया कि तिलैया डैम में पानी की सतह पर लगने वाले 600 मेगावाट क्षमता की फ्लोटिंग पावर प्लांट में 155 मेगावाट प्लांट लगाने के लिए टेंडर निकाला जा चुका है।