नई दिल्ली। कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन (ईएलआई) योजना का लाभ युवाओं को नहीं मिल पाने पर केंद्र सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि साल 2024 में इस मद में आवंटित 10 हजार करोड़ रुपये की राशि भी बिना उपयोग के वापस कर दी गई। इस तरह यह योजना बेमानी साबित हो रही है।
Powered by myUpchar
राहुल गांधी ने आज एक बयान में कहा कि 2024 के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे युवाओं को रोजगार देने का वादा करते हुए बहुत धूमधाम से ईएलआई योजना की घोषणा की थी। इस योजना की घोषणा किए हुए लगभग एक साल हो गया है, सरकार ने इसे परिभाषित भी नहीं किया है और इसके लिए आवंटित 10 हजार करोड़ रुपये वापस कर दिए हैं।
Powered by myUpchar
कांग्रेस नेता ने कहा कि केवल बड़े कॉरपोरेट्स पर ध्यान केंद्रित करके, निष्पक्ष व्यापार की बजाय कुछ खास व्यापारिक घरानों को बढ़ावा देकर, उत्पादन की बजाय असेंबली को प्राथमिकता देकर और स्वदेशी कौशल की उपेक्षा करके नौकरियां पैदा नहीं की जा सकतीं। करोड़ों नौकरियां पैदा करने का तरीका एमएसएमई में बड़े पैमाने पर निवेश, निष्पक्ष बाजार जहां प्रतिस्पर्धा पनप सके, स्थानीय उत्पादन नेटवर्क के लिए समर्थन और सही कौशल से लैस युवाओं के माध्यम से है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अत्यंत जोरशोर के साथ ईएलआई की घोषणा की लेकिन यह 10 हजार करोड़ की योजना कहां गायब हो गई? क्या आपने अपने वादों के साथ हमारे बेरोजगार युवाओं को छोड़ दिया है? उन्होंने कहा कि जब देश में बेरोजगारी चरम पर है और युवा हताश हैं, तब भी सरकार की यह लापरवाही सिर्फ चौंकाने वाली ही नहीं, शर्मनाक भी है।