गुमला। झारखंड में 1932 आधारित खतियान के आधार पर स्थानीय नियोजन नीति लागू करने को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों की ओर से बुधवार को आहूत झारखंड बंद बिशुनपुर प्रखंड में असरदार रहा । बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा । वहीं व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहें। सरकारी कामकाज में भी बंद का असर देखने को मिला। बंद की सफलता के लिए छात्र सुबह के नौ बजे सड़कों पर उतरे और शांतिपूर्ण तरीके से घाघरा – नेतरहाट मुख्य मार्ग जाम कर दिया । जिससे सड़क की दोनों ओर बॉक्साइट ट्रकों की लंबी लाइन लगी रही ।
बंद के कारण सरकार को राजस्व की भारी क्षति हुई है। बंद समर्थक छात्रों के द्वारा आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया था। इधर रोहित रोशन भगत ने कहा कि झारखंड नियोजन नीति 60-40 के विरोध में 72 घंटे का आंदोलन सोमवार से ही शुरू हो हो गया था । इसमें सीएम आवास घेराव, मशाल जुलूस व झारखंड बंद आदि कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था ।